लखनऊ। एवोक इंडिया फाऊंडेशन द्वारा “अलख” (वंचित बच्चों के होम स्कूल) के स्थापना दिवस एवं अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर “उजालों का संसार” कार्यक्रम आयोजित किया गया।
आईआईटी रुड़की एलुमनी, कबीर पीस मिशन एवं लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के सहयोग से मनाए गए इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. सुश्री सुचिता चतुर्वेदी, सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने दीप प्रज्वलित करके किया।
संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रवीण कुमार द्विवेदी ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि 8 सितम्बर 21 को दस बच्चों से आरंभ किये गए अलख में आज 150 से अधिक बच्चे पंजीकृत किये हैं ।
मुख्य अतिथि सुश्री डॉ. सुचिता चतुर्वेदी ने अपने संबोधन द्वारा बाल आयोग के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में चारित्रिक पतन हुआ है जिससे बच्चों के समक्ष सुरक्षा का संकट पैदा हो गया है, उन्होंने बच्चों का प्रोत्साहन किया और एवोक इंडिया फाउंडेशन कि इस पहल को सराहा । उन्होंने संस्कृत भाषा का विकास बच्चों में निहित करने पर जोर दिया ।
कार्यक्रम में बच्चों ने गायन, नाटक एवं नृत्य द्वारा अतिथियों को अपनी मेधा से परिचित कराया । अलख के अधिकांश बच्चे झोपड़ पट्टी में रहते हैं और औपचारिक शिक्षा से वंचित हैं । अलख में इन जूनियर और सीनियर विभागों में बटे बच्चो को मुफ्त शिक्षा, जलपान एवं यूनिफॉर्म प्रदान की जाती है ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ आइएएस (से.नि.) जी बी पटनायक, प्रो कीर्ति नारायण, प्रमिल द्विवेदी, राजेश अग्रवाल, शाश्वत शुक्ल, राजीव प्रधान, वी. के. शाही, तीलक मिनोचा, जीपी त्रिपाठी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन में अलख की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. (श्रीमती) दीप्ति द्विवेदी ने सभी हितधारकों का हृदय से कृतज्ञता अर्पित की।