
पटना। पटना सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र के पीरदमरिया में पुलिस ने विकास उर्फ राजा को मुठभेड़ में मार गिराया। बताया जाता है कि गोपाल खेमका हत्याकांड में उसने हथियार सप्लाई किया था।
मंगलवार को शूटर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रात भर छापेमारी की।इसी क्रम में कुख्यात राजा ने पुलिस पर फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग कर उसे मार गिराया।
जानकारी के मुताबिक, घटनास्थल से एक पिस्तौल, एक गोली और एक कारतूस बरामद किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है।
शूटर विजय की गिरफ्तारी के बाद मिली थी लीड
सोमवार देर शाम को पटना पुलिस ने छापेमारी कर गोपाल खेमका हत्याकांड के शूटर उमेश कुमार उर्फ विजय सहनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उमेश कुमार उर्फ विजय सहनी पटना सिटी के माल सलामी का रहने वाला है।
इस पर गोपाल खेमका की हत्या का आरोप है। इससे ही पूछताछ के आधार पर पटना पुलिस को बड़ी लीड मिली। इसके बाद विकास के ठिकाने पटना पुलिस की टीम छापेमारी करने के लिए पहुंची।
पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती थी। लेकिन, पुलिस टीम को देखते ही विकास ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
विकास पर शूटर को हथियार मुहैया कराने का आरोप
पटना पुलिस के अनुसार, सोमवार की मध्य रात्रि की ढाई बजे विशेष टीम दमड़िया घाट पहुंची थी। पुलिस को देखते ही वह गोलीबारी कर भागने लगा।
इसके बाद पुलिस ने भी गोली चलाई। इसमें उसकी मौत हो गई। हालांकि इस घटना में कोई भी पुलिसकर्मी घायल नहीं हुए।
पुलिस का कहना है कि 29 साल के विकास उर्फ राजा कई अन्य आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस को काफी दिनों से इसकी तलाश थी।
घटनास्थल से एक पिस्टल औ कारतूस कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस को शक है कि विकास ने ही गोपाल खेमका की हत्या के लिए हथियार मुहैया कराया था।
नालंदा के अशोक साव पर हत्या की सुपारी देने का आरोप
इधर, शूटर विजय से पूछताछ के बाद पता चला कि हत्या की सुपारी देने वाला व्यक्ति नालंदा का रहने वाला अशोक साव है जो अभी पुलिस की चंगुल से फरार है।
पुलिस टीम उसे गिरफ्तार करने के लिए उसके कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। फिलहाल पुलिस उमेश कुमार उर्फ विजय सहनी से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि चार जुलाई की देर रात जब उद्योगपति बांकीपुर क्लब से अपनी कार से घर लौट रहे थे, तभी गांधी मैदान इलाके के रामगुलाम चौक स्थित उनके घर के सामने ही अपराधी ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस घटना के बाद पटना पुलिस व बिहार सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। विपक्ष ने भी नीतीश सरकार पर जमकर हमला किया था।
स्थानीय पुलिस मुठभेड़ के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है, उनका कहना है कि एसएसपी पूरे मामले की जानकारी देंगे।
