कंझावला हादसा: दरिंदों ने नहीं सुनी उसकी करुण पुकार, दौड़ाते रहे गाड़ी  

नई दिल्ली। पूरे देश को झकझोर देने वाली दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के कंझावला हादसे के दौरान कार में फंसी अंजलि दर्द से चीखती रही, मगर पांचों दरिंदे गाड़ी दौड़ाते रहे। आरोपियों को पता था कि उन्होंने स्कूटी सवार अंजलि को टक्कर मारी थी।

उन्हें यह भी पता था कि कार में युवती फंसी थी और उसे गिराने के लिए जानबूझकर दो बार यू-टर्न लिया और उसके गिरते ही फरार हो गए। अंजलि को 13 किमी तक घसीटने वाले आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया है।

आरोपियों ने बताया कि स्कूटी में टक्कर मारने के ढाई किमी बाद उन्हें लगा कि कार में कुछ अटका हुआ है। उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो कार के नीचे बाहर निकला हुआ हाथ दिखाई दिया। वह कार से उतरने लगे तभी उन्होंने कुछ दूरी पर पीसीआर गाड़ी खड़ी देखी, तो भाग निकले। इसके बाद वे कार को घुमाते हुए सुनसान जगह पर पहुंच गए।

इस दौरान कार सुल्तानपुरी, अमन विहार, प्रेम नगर व कंझावला थाना इलाके से गुजरी। आरोपियों को दो पिकेट मिलीं। जब उन्हें लगा कि युवती कार से गिरी नहीं है, तो जानबूझकर दो बार यू-टर्न लिया।

दूसरे यू-टर्न में युवती कार से नीचे गिर गई। इसके बाद, आरोपी कार मालिक आशुतोष के घर गए। आरोपियों ने बताया कि वे दोस्त मनोज मित्तल को घर छोड़ने किशन विहार जा रहे थे। वहीं पर स्कूटी को टक्कर मारी थी।

आरोपी और युवती में कोई संबंध नहीं 

पुलिस के अनुसार, मोबाइल कॉल डिटेल से पता लगा है कि आरोपियों व अंजलि और उसकी सहेली का आपस में कोई संबंध नहीं था। सीसीटीवी फुटेज में होटल से सहेली के साथ निकलती दिखी सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि हादसे से कुछ देर पहले अंजलि की सहेली भी उसके साथ मौजूद थी। दोनों रात करीब 1:31 बजे रोहिणी के सेक्टर-23 के एक होटल से एक साथ निकलती दिख रही हैं।

शुरुआत में सहेली स्कूटी चलाकर ले जाती दिखती है। बाद में अंजलि अपनी सहेली को उसके घर के पास छोड़ने जाती दिख रही है। इसके चंद मिनटों बाद वह हादसे का शिकार हो गई।

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