वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार निक्की हेली ने अपने चुनाव प्रचार की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हेली ने बाइडन प्रशासन द्वारा विदेश भेजी जा रही मदद को लेकर निशाना साधते हुए न्यूयॉर्क पोस्ट में एक ओपिनियन लेख में बताया कि अमेरिका हर साल 46 अरब डॉलर खर्च कर रहा है, जो चीन, पाकिस्तान और इराक जैसे देशों को जा रही है।
उन्होंने कहा, “मैं अपने दुश्मनों को मदद के तौर पर भेजी जा रही फंडिंग पूरी तरह रोक दूंगी। बाइडन प्रशासन ने पाकिस्तान सैन्य सहायता भेजना जारी रखा है और अमेरिकी टैक्सदाताओं का पैसा अभी भी कम्युनिस्ट चीन के पास कुछ हास्यास्पद जलवायु परिवर्तन से जुड़े कार्यक्रमों के नाम पर जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “हम बेलारूस तक को मदद भेजते हैं, जो रूस के राष्ट्रपति पुतिन का सबसे करीबी दोस्त है। हम कम्युनिस्ट देश क्यूबा को भी मदद भेजते हैं, जहां की सरकार हमें आंतकवाद का प्रायोजक बताती है।”
हेली ने यह भी कहा कि पाकिस्तान और इराक को मदद भेजी जाती है, जहां अमेरिका का विरोध होता है और आतंकी संगठन सक्रिय हैं।
हेली ने अमेरिका की पिछली सरकारों और राष्ट्रपतियों पर धारदार हमले करते हुए कहा कि यह सिर्फ जो बाइडन की कहानी नहीं है। यह दोनों पार्टियों (डेमोक्रेट्स-रिपब्लिकन) के नेतृत्व में दशकों से हो रहा है। हमारी विदेशी मदद की नीति भूतकाल में ही अटकी है। यह एक तरह से ऑटो-पायलट मोड पर है, जिसमें मदद पाने वाले देशों के अमेरिका के प्रति बर्ताव को पूरी तरह नजरअंदाज किया जाता है।
बता दें कि हाल ही में एक रिसर्च में सामने आया था कि अमेरिका में हेली को पसंद करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। उन्हें पसंद करने वालों की संख्या (अप्रूवल रेटिंग) राष्ट्रपति जो बाइडन से भी ज्यादा है।