लखनऊ: हनुमंत धाम मंदिर में सामूहिक अग्निहोत्र यज्ञ संपन्न, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़    

लखनऊ। अवध अग्निहोत्र संघ (AAS) द्वारा लखनऊ के हज़रतगंज स्थित हनुमंत धाम, नए हनुमान जी मंदिर के पावन प्रांगण में एक बार पुनः मासिक अग्निहोत्र श्रृंखला के अन्तर्गत, सांय काल सूर्यास्त के निश्चित समय पर सामूहिक वैदिक यज्ञ अग्निहोत्र संपन्न हुआ। जिसमें 11 पात्रों में अग्निहोत्र-कर्ताओं ने स्वयं अग्निहोत्र करके इसके महत्व को मंदिर में पधारे श्रद्धालु भक्तों तक पहुंचाया।

बताते चले कि 1963 में पहली बार सूक्ष्म अग्निहोत्र यज्ञ की इस प्रामाणिक अनुभूत विधि की शुरुआत माधव जी पोतदार (साहिब जी) ने बैरागढ़ भोपाल में शिवरात्रि के दिन की थी, जिसके असीमित लाभ न केवल यज्ञकर्ता को बल्कि उनके परिवार, समाज और इस पूरी सृष्टि को प्राप्त होते हैं।

क्या है अग्निहोत्र यज्ञ

अग्निहोत्र एक ऐसा सूक्ष्म यज्ञ है जिस पर बहुत कम खर्च में असीमित लाभ मिलता है। वस्तुतः ये परमपिता परमेश्वर के प्रति कृतज्ञता या धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए प्रतिदिन सूर्योदय और सूर्यास्त के निश्चित समय पर गाय के घी से मिश्रित दो चुटकी साबुत चावल (अक्षत) को गाय के कंडों पर अग्नि प्रज्वलित कर, आहुति देकर किया जाता है, जो शारीरिक मानसिक और तमाम प्रकार की विषाणु जनित बीमारियों को वातावरण से शीघ्र मिटाने में समर्थ है, जिसे वैज्ञानिकों ने सिद्ध भी किया है। 

सामूहिक अग्निहोत्र यज्ञ उन्नाव से पधारे सतीश गुप्ता के निर्देशन में विजय अग्निहोत्री, प्रदीप दीक्षित, डॉ. निशिकांत मिश्र, एवम अतिथियों आदि के प्रतिभाग से सफल रहा। आगामी अप्रैल माह में सामूहिक अग्निहोत्र अलीगंज हनुमान मंदिर में 09 अप्रैल को किये जाने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया, ताकि अधिकाधिक जन इससे लाभ उठाएं।

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