औरंगाबाद। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने औरंगाबाद में महाराणा प्रताप महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाईं, लेकिन स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। यदि आप उनके समर्पण को समझते हैं तो उनके समय को महाराणा काल कहेंगे, मुगल काल नहीं।
महाराणा प्रताप अकबर के सामने कभी नहीं झुके और उन्होंने अपने मेवाड़ को लगभग अजेय रखा। राजनाथ ने कहा कि मेवाड़ हो, हल्दीघाटी हो या गलवान, भारत का सिर हमेशा ऊंचा रहा है और रहेगा।
सिंह ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान भारत का हथियारों का निर्यात जो 2014 में 900 करोड़ रुपये था, अब बढ़कर 16,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देने के लिए हमें मोदी को धन्यवाद देना चाहिए।
प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और पीएम ने भारत का सिर हमेशा ऊंचा रखने का काम किया है।
मोदी के कहने पर कुछ देर रुक गया था युद्ध
राजनाथ ने कहा कि पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की। उन्होंने जरूरत पड़ने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी बात की। युद्ध कुछ समय के लिए रुक गया ताकि यूक्रेन में फंसे 22,000 से अधिक छात्रों को बचाया जा सके और वे घर लौटे। हमें पीएम मोदी पर गर्व है।
इन छात्रों के माता-पिता पीएम मोदी से उन्हें बचाने की मांग कर रहे थे, जिसे उन्होंने प्राथमिकता से पूरा किया। राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देने के लिए हमें पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहिए। पीएम ने कभी देश का सिर झुकने नहीं दिया।