लखनऊ। हाल ही में भारतीय सिविल सेवा और प्रांतीय सिविल सेवा में उत्तीर्ण देश के होनहार नव चयनित 33 ब्राह्मण प्रशासनिक अधिकारियों (आईएएस, आईपीएस और पीसीएस एवं अन्य संवर्ग) को उनका मनोबल बढाने के उद्देश्य से सम्मानित किया गया।
नव चयनित आईएएस, आईपीएस और पीसीएस को कश्मीर के शंकराचार्य ने अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
आज लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य अनंतश्री विभूषित अमृतानंद देवतीर्थ, शारदा सर्वग्य पीठम श्रीनगर कश्मीर द्वारा आशीर्वचन, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर ‘ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इसके अलावा ब्रह्मसागर के कार्यकारिणी के पदाधिकारियों, ब्रह्मसागर सन्देश नामक स्मारिका के लेखक गणों एवं सहयोगियों को भी ‘ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुवात बटुकों द्वारा स्वस्ति वाचन और अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अयोध्या से पधारे स्वामी वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर और अध्यक्षता कश्मीर के शंकराचार्य अमृतानंद देवतीर्थ ने की। अतिथियों का स्वागत संबोधन कै. संतोष कुमार द्विवेदी, सञ्चालन प्रख्यात उद्घोषिका अनीता सहगल और धन्यवाद ज्ञापन चन्द्रिका प्रसाद तिवारी ने किया।
संतों ने अपने अपने उद्बोधन में सम्मानित विभूतियों को कर्त्तव्य निष्ठा का पालन करते हुए देश को एक समृद्ध, और आत्मनिर्भर भारत बनाने में सक्रिय सहयोग देने की सीख के साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा ब्रह्मसागर द्वारा किये जा रहे ऐसे अभिनव प्रयासों की की सराहना करते हुए अपना सहयोग देते रहने का आश्वासन दिया।
सम्मान पाने वाले भारतीय सिविल सेवा और प्रांतीय सिविल सेवा में नव चयनित प्रशासनिक अधिकारियों में सुश्री स्मृति मिश्रा, कुश मिश्र, सुश्री अक्षिता निधि, सुश्री कृतिका मिश्र, सूरज तिवारी, चैतन्य अवस्थी, नारायण उपाध्याय, अमृतेश शुक्ला, सिद्धार्थ के मिश्र (9 भारतीय सिविल सेवाल के), सुश्री ऐश्वर्या दुबे, सुश्री प्रतीक्षा पाण्डेय, कुमार गौरव, संदीप कुमार तिवारी, अनुपम तिवारी, आकांक्षा दीक्षित, विजय कुमार शुक्ल (7 PCS), अमित पाठक, कृष्णकान्त त्रिपाठी, हेमंत,
मयंक त्रिपाठी, पुनीत मिश्र, शशांक शेखर त्रिपाठी, भूपेश कुमार पाण्डेय, अनिरुद्ध पांडेय, कौस्तुभ त्रिपाठी, तेजस त्रिपाठी, आनंद कुमार शुक्ल, प्रियम राजशेखर पांडेय, नितिश कुमार तिवारी, राज भूषण पांडेय, विवेक कुमार तिवारी (15 पुलिस उपाधीक्षक) और विवेक कुमार पांडेय, आकाश पांडेय (2 कोषाधिकारी) शामिल रहे।
ब्रह्मसागर परिवार ने अपने संरक्षकों, स्मारिका संपादन में सहयोग देने वाले लेखकों सहित अपने कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को भी श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य अनंतश्री विभूषित अमृतानंद देवतीर्थ, कश्मीर द्वारा ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में नागेश्वर नाथ उपाध्याय,
कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी, चन्द्रिका प्रसाद तिवारी, राजेंद्र प्रसाद शुक्ल, दयाशंकर पांडेय, कृष्णानंद चौबे, वेद्वृत बाजपेयी, प्रमिल द्विवेदी, ओम प्रकाश चतुर्वेदी, डॉ सुषमा मिश्रा, सुश्री श्वेता शुक्ल, अभिषेक मिश्र, उमाशंकर दुबे, ब्रजेश चन्द्र मिश्र, श्रीमती माला द्विवेदी, रेखा त्रिपाठी और बृजेश मिश्र सहित कई अन्य विभूतियां शामिल रहीं।
यह सम्मान समारोह लखनऊ शहर के गोमती नगर स्थित होटल किंग्स्टन में आयोजित किया गया था। देश की विशिष्ट प्रतिभाओं को अपना आशीर्वाद देने के लिए देश प्रदेश के अनेक अंचलों से पधारे संतो एवं प्रबुद्धजनों जिनमे से प्रमुख रूप से उपस्थित थे श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य अनंतश्रीविभूषित अमृतानंद देवतीर्थ, शारदासर्वग्य पीठम कश्मीर, श्री श्री १००८ जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी महाराज, अयोध्या,
ब्रह्मचारी आचार्य स्वामी कौशिक चैतन्य जी महाराज चिन्मय मिशन लखनऊ, महंत श्री कृष्णाचारी जी महाराज, पीठाधीश्वर बड़ा मंदिर खैराबाद सीतापुर, ज्योतिषाचार्य राकेश तिवारी महंत श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर अयोध्या, नागेश्वर नाथ उपाध्याय, सेवा निवृत्त IAS एवं संरक्षक ब्रह्मसागर, महेश चन्द द्विवेदी IPS, पूर्व DGP एवं संरक्षक ब्रह्मसागर, कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी सेवा निवृत्त IAS, संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मसागर की गरिमामय उपस्थिति रही।
बताते चलें कि जगद्गुरु आदि शंकराचार्य की प्रेरणा से भारत की सनातन संस्कृति, ज्ञान, और गौरवशाली मूल्यों की पुनर्स्थापना के संकल्प के साथ अखिल भारतीय संस्था “ब्रह्मसागर” का गठन समाज के प्रबुद्ध वर्ग तथा सनातन संस्कृति के पोषक विचारधारा के चिंतनशील प्रबुद्धजनों द्वारा “ब्रह्मजन हिताय सर्वजन सुखाय” के ध्येय वाक्य के साथ लखनऊ में किया गया था।
ब्रह्मसागर परिवार को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आध्यात्मिक धर्मगुरु, चिंतक, वैज्ञानिक, शिक्षाविद, वैदिक मर्मज्ञ, ब्रह्मांडीय ऊर्जाशास्त्री, सनातनी इतिहासकार, तकनीकी विशेषज्ञ, प्रशासनिक अधिकारी आदि सहित मनीषा जगत की महान विभूतियों का समर्थन प्राप्त है।