नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज राष्ट्रीय महासचिवों और सभी मोर्चों के अध्यक्षों के साथ दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में बैठक करेंगे। बैठक में 6,7 और 8 जुलाई को पार्टी महासचिवों और मोर्चों के अध्यक्षों की क्षेत्रीय नेताओं के साथ होने वाली बैठक का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी महासचिवों की बैठक सुबह और सभी मोर्चा के अध्यक्षों की बैठक शाम को होगी। बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी कि 6-7 जुलाई के बीच होनी वाली बैठकों को कैसे सफल बनाया जाए?
इस दौरान पार्टी 30 मई से 30 जून तक चलने वाले जनसंपर्क अभियान की समीक्षा भी करेगी। यह पहली बार है जब भाजपा तीन क्षेत्रों (पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी) के मोर्चा और महासचिवों के अध्यक्षों के साथ बैठकें करेगी।
बता दें कि पूर्वी क्षेत्र में बिहार, झारखंड और ओडिशा के अलावा पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा और असम राज्य शामिल हैं। पूर्वी जोन की बैठक छह जुलाई को गुवाहाटी में होगी।
उत्तरी क्षेत्रों में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गुजरात, दमन दीव-दादर नगर हवेली, मप्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और उप्र जैसे राज्य शामिल हैं। यह 7 जुलाई को दिल्ली में होनी है।
वहीं, दक्षिणी क्षेत्र के नेताओं के साथ बैठक 8 जुलाई को हैदराबाद में होगी। इस क्षेत्र में केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मुंबई, गोवा, अंडमान और निकोबार, पुडुचेरी और लक्षद्वीप शामिल हैं।
3 जुलाई को होगी केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक
इससे पहले 3 जुलाई को दिल्ली के प्रगति मैदान में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक होनी है, जिसकी अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे। इस बैठक की तारीख सामने आने से एक दिन पहले पीएम मोदी ने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मीटिंग में मंत्रिपरिषद में बदलाव हो सकता है।
28 जून को पीएम मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा सहित कई दिग्गज नेताओं के साथ बैठक की थी। बैठक में नड्डा की मौजूदगी से राज्य स्तर से लेकर सरकार और भाजपा संगठन में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं।
धर्मेंद प्रधान-भूपेंद्र यादव को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे ज्यादा चर्चा धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव के नाम पर है। इन नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं, कर्नाटक और गुजरात समेत तीन राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान भी किया जा सकता है।
इसी साल राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हैं। वहीं, अगले साल देश में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी इस बैठक में कई अहम फैसले ले सकती है।