महुआ मोइत्रा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत, हो सकती हैं अयोग्य घोषित

नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में TMC सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर के नेतृत्व वाली लोकसभा की आचार समिति (ethics Committee) ने अपनी जांच पूरी कर ली है और मंगलवार को बैठक कर मसौदा रिपोर्ट को अपनाने पर विचार कर सकती है। माना जा रहा है कि महुआ पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

अयोग्य घोषित हो सकती हैं महुआ

जांच समिति मोइत्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश कर सकता है, जिसमें मौजूदा लोकसभा की शेष सदस्यता के लिए अयोग्यता भी शामिल है। सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है और अपने अंतिम विचार-विमर्श में की गई सिफारिशों को समिति के सदस्य अपना सकते हैं।

2005 के मामले को अपना सकती है समिति

बता दें कि 15 सदस्यीय समिति में भाजपा के सदस्यों का बहुमत है, जो मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों पर गंभीर कार्रवाई कर सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि समिति 2005 के रिश्वत के बदले प्रश्न पूछने के मामले को भी अपना सकती है, जहां कई सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था।

ऐसे संकेत मिले हैं कि समिति स्पीकर ओम बिरला को अपनी रिपोर्ट में महुआ के खिलाफ बड़े एक्शन की सिफारिश कर सकती है।

यह है पूरा मामला

गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर रिश्वत के बदले उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी के कहने पर अडानी समूह को निशाना बनाने वाले प्रश्न लोकसभा में पूछने का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि महुआ ने लोकसभा की मेल आईडी का अपना लॉगइन हीरानंदानी को दिया था जिससे वो प्रश्न डालता था। महुआ ने भी माना है कि हीरानंदानी ने उनके लॉगिन का उपयोग किया है, लेकिन टीएमसी सांसद का कहना है कि उसने रिश्वत पाने के लिए नहीं किया है।

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