ढाका। India Bangladesh Relation। बांग्लादेश में आज आम चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्तारूढ़ अवामी लीग का लगातार चौथी बार जीतना लगभग तय माना जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने चुनाव का बहिष्कार किया है। देशभर में लगभग 8,00,000 पुलिस, अर्धसैनिक बल और पुलिस सहायक रविवार को मतदान केंद्रों की सुरक्षा में जुटे हैं।
शेख हसीना ने भारत-बांग्लादेश मैत्रीपूर्ण संबंध पर जताई खुशी
चुनाव से पहले शेख हसीना ने भारत के लिए एक संदेश साझा किया। उन्होंने भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हम (बांग्लादेश) भाग्यशाली है कि हमें भारत जैसा विश्वसनीय मित्र मिला है। उन्होंने सन 1971 में मुक्ति संग्राम के दौरान भारत के समर्थन का भी जिक्र किया।
देश में लोकतंत्र किया मजबूत
पीएम हसीना ने 1975 में अपने परिवार के नरसंहार को याद करते हुए कहा हम वर्षों तक भारत में शरण ली। इसके बाद हम बांग्लादेश वापस लौट आएं और अवामी लीग को दोबारा खड़ा किया। शेख हसीना ने देश के विकास के लिए लोकतंत्र के महत्व पर जोर दिया और कहा कि उनकी सरकार ने पिछले वर्षों में लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को मजबूत किया है।
शेख हसीना ने आगे कहा, “हमारा देश संप्रभु और स्वतंत्र है। हमारी आबादी बहुत बड़ी है। हमने लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार स्थापित किए हैं। मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूं कि इस देश में लोकतंत्र जारी रहना चाहिए और लोकतंत्र के बिना आप कोई विकास नहीं कर सकते। हम 2009 से 2023 तक एक दीर्घकालिक लोकतांत्रिक प्रणाली हैं, यही कारण है कि बांग्लादेश ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है।”
पीएम हसीना ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने देश में ऐसा माहौल बनाया है, जहां लोग आकर निडर होकर मतदान करने में सक्षम हैं।
विपक्षी पार्टी पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश के लोगों को मेरा हार्दिक धन्यवाद। कई बाधाएं थीं, लेकिन हमारे देश के लोग अपने मतदान के अधिकार और मतदान की आवश्यकता के बारे में बहुत जागरूक हैं। उन्होंने बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) पर देश में हिंसा भड़काने का भी आरोप लगाया और कहा कि वे लोगों के विकास के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा, “BNP और जमात ने कई आगजनी और कई अन्य हिंसक गतिविधियां कीं, जैसे ट्रेन जलाना, वाहन जलाना, लोगों की आवाजाही को रोका। मैं कहूंगी कि वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं, वे देशभक्त नहीं हैं और वे लोगों के विकास के खिलाफ हैं।”
देश के चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार के चुनावों के लिए 42,000 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 119.6 मिलियन पंजीकृत मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।