रांची। चंपई सोरेन सरकार सोमवार को झारखंड विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेगी। पूर्वाह्न 11 बजे सबसे पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का अभिभाषण होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
विश्वास प्रस्ताव पर वाद-विवाद के बाद वोटिंग होगी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी वोट करेंगे। ईडी कोर्ट ने उन्हें पहले ही इसकी अनुमति प्रदान कर दी है। विश्वास मत पर वोट देने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक रविवार रात में ही विशेष विमान से हैदराबाद से रांची पहुंच गए। वहीं, एक बस रांची के सर्किट हाउस पहुंची है, जहां झामुमो के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक ठहरे हुए हैं।
भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी- भाजपा
झारखंड में आज होने वाले शक्ति परीक्षण पर राज्य के विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने के बजाय भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी। हमें उम्मीद है कि वह (चंपई सोरेन) उन वादों को पूरा करेंगे जिनके लिए उन्होंने वादा किया था। झामुमो और कांग्रेस विधायक अभी भी हिरासत में हैं। आज विधानसभा में हम जानना चाहते हैं कि उनकी (विधायकों की) अंतरात्मा क्या कहेगी।
वहीं, झारखंड में आज होने वाले फ्लोर टेस्ट पर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाह ने कहा कि विश्वास प्रस्ताव का नतीजा जो भी हो, एक बात साफ है कि झारखंड हार गया है। जिस तरह से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने झारखंड को अपमानित किया गया, वह बिल्कुल सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक सीएम राज्य के शीर्ष अधिकारियों से बिना किसी संपर्क के 40 घंटे तक गायब रहा। राज्य के लोगों को उनकी दया पर छोड़ दिया गया और जिस तरह से सीएम पर 70,000 करोड़ रुपये का आरोप लगाया गया, भ्रष्टाचार के कारण उन्हें पद छोड़ना पड़ा, फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
वोटिंग को लेकर जारी किया गया व्हिप
चंपई सोरेन के शपथग्रहण के बाद शुक्रवार दो फरवरी को कांग्रेस और झामुमो के इन विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया था, ताकि राजनीतिक जोड़तोड़ की गुंजाइश नहीं बचे। रांची वापस आने पर सभी को स्टेट गेस्ट हाउस में ठहराया गया, जहां से सोमवार को सभी एक साथ विधानसभा पहुंचेंगे।
उधर, पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे और हेमंत सोरेन के विरोध में बयान दे रहे झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भी सरकार को समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने रविवार को रांची में झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन से भी मुलाकात की। कांग्रेस और झामुमो ने अपने-अपने विधायकों के लिए वोटिंग को लेकर व्हिप जारी किया है।
इसमें उन्हें सदन में उपस्थित रहकर सरकार के पक्ष में मतदान करने को कहा गया है। व्हिप के उल्लंघन पर कार्रवाई होगी। दूसरी ओर, भाजपा सदन में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर मुखर रहेगी। भाजपा बहुमत परीक्षण के दौरान सदन से बहिष्कार कर सकती है।
पांच सितंबर 2022 को भी तत्कालीन हेमंत सोरेन द्वारा बहुमत साबित किए जाने के क्रम में भाजपा ने सदन का बहिष्कार किया था। उस समय हेमंत सोरेन सरकार ने 48 मतों के साथ विश्वास मत जीता था।
इन आंकड़ों से समझें बहुमत की स्थिति
झारखंड विधानसभा में कुल सीटें – 81
बहुमत के लिए चाहिए समर्थन – 41
चम्पाई सोरेन के समर्थन पत्र में हस्ताक्षर करने वाले – 43
ये दल हैं विश्वास मत के समर्थन में
झामुमो- 29
कांग्रेस – 17
भाकपा माले- 01
राजद- 01
मनोनीत – 01
विश्वास मत के विरोध में
भाजपा – 26
आजसू- 03
अन्य – 02
राकांपा – 01
रिक्त सीट- 01
झामुमो के रामदास सोरेन और भाजपा के इंद्रजीत महतो नहीं आ सकेंगे
घाटशिला के झामुमो विधायक रामदास सोरेन दिल्ली में इलाजरत हैं। उनके आने की संभावना थी, लेकिन स्वास्थ्य की स्थिति को देखकर उनका आना संभव नहीं है। झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने 48 विधायकों द्वारा चम्पाई सोरेन सरकार के पक्ष में मत पड़ने औरबहुमत हासिल करने का दावा किया है। इसी तरह भाजपा के सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो भी बीमारी की वजह से अनुपस्थित रहेंगे। लंबे समय से उनका इलाज हैदराबाद में चल रहा है, जहां वह कोमा में हैं।