सुभाष बाबू थे देश के पहले PM, मोदी सूरज तो विपक्षी नेता मोमबत्ती: कंगना रनौत

नई दिल्ली। भारतीय जनता पाटी (भाजपा) ने जब से हिमाचल प्रदेश की मडी लोकसभा सीट से बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है वह फिर से सुर्खियों में आ गई है। उनके खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने विवादित बयान देकर आग में घी डालने जैसा काम किया है। कंगना ने उनपर जोरदार पलटवार किया है। इस पूरे प्रकरण पर कंगना का ताजा बयान सामने आया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सूर्य और विपक्षी पार्टी के नेताओं को मोमबत्ती करार दिया है।

एक निजी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा, ‘विपक्ष के तमाम बड़े नेता करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। वे सभी एक जगह इकट्ठा तक नहीं हो सकते हैं। अगर आप पीएम मोदी से उनकी तुलना करते हैं तो वह सूरज की तरह चमकेंगे और विपक्षी उनके सामने मोमबत्ती भी नहीं हैं।”

इसके अलावा कंगना रनौत ने आजाद हिंद फौज के संस्थापक और महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस को देश का पहला प्रधानमंत्री करार दिया है। कंगना ने कहा, ‘एक व्यक्ति जिसने हमें अपना खून बहाकर आजादी दिलाई। जर्मनी से जापान तक आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। उन्हें इस देश का प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनाया गया? आखिर वह कहां गायब हो गए?”

कंगना की उम्मीदवारी की घोषणा होते ही उनके पुराने बयान भी वायरल हो रहे हैं। एकबार उन्होंने कहा था कि देश को 2014 में ही सही मायने में आजादी मिली है। इससे जुड़े एक सवाल के जवाब में कंगना रनौत ने कहा लोग उन्हें इस मामले पर ट्रोल कर सकते हैं, लेकिन ऐसे लोगों को मेरे से आकर बात करनी चाहिए। और मुझे यह बताना चाहिए कि मैंने कैसे यह गलत बोला है।

कंगना ने कहा, ‘क्या स्वतंत्रता सिर्फ जेल से बाहर निकलने तक ही होती है? नहीं, उन्होंने कोई न्याय व्यवस्था नहीं बनाई।’ कंगना ने आगे कहा, ‘हमें अपनी विचारधारा से आजादी नहीं मिली। हमें सोचने की भी आजादी नहीं मिली। हमें अपने लिए लोग चुनने की आजादी नहीं मिली। हमें धार्मिक आजादी भी नहीं मिली।”

क्या फिल्में फ्लॉप होने के कारण राजनीति में आईं?

कंगना ने इस सवाल का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘शाहरुख खान की 10 वर्षों तक फिल्में नहीं चलीं। फिर पठान चली। मेरी भी 7-8 साल फिल्में नहीं चलीं। फिर क्कीन चली। फिर 3-4 वर्षों में मणिकर्निका चली। अभी भी इमरजेंसी आ रही है। हो सकता है कि वह बहुत हिट रहे।’ कंगना ने कहा है कि समय आब काफी बदल चुका है। ओटीटी का दौर है। कलाकारों के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित अवसर और प्लेटफॉर्म है।”

सुप्रिया श्रीनेत पर क्या बोलीं कंगना?

कंगना ने कहा, ‘मुझे काफी बुरा लगा। हम महिलाओं के सशक्तिकरण पर काम कर रहे हैं। मुझे इस बात का भी काफी बुरा लगा कि मंडी लोकसभा को ऐसे शब्दों से संबोधित किया जा रहा है। मैं आपको यह बताना चाहती हूं कि मंडी का नाम महर्षि मांडव के नाम पर रखा गया था।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह कांग्रेस के दिमाग वाली मंडी नहीं है।’

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