वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के तीन दिवसीय चीन दौरे के बाद उन्होंने कहा कि उनके देश ने आगामी अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने और हस्तक्षेप करने के चीनी प्रयासों के सबूत देखे हैं, जबकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पहले ऐसा न करने की प्रतिबद्धता जताई थी। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
शुक्रवार को सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू अपनी चीन यात्रा पर बात करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन के संदेश को दोहराया, जो उन्होंने पिछले साल नवंबर में सैन फ्रांसिस्को में अपने शिखर सम्मेलन के दौरान शी जिनपिंग को दिया था। उन्होंने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में दखल न देने का आग्रह किया था। इसके बाद चीन ने ऐसा न करने का वादा किया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या चीन अब तक ने अपनी प्रतिबद्धता का उल्लंघन किया है, ब्लिंकन ने कहा, हमने चुनाव को प्रभावित करने और दखल देने के प्रयासों के सबूत देखे हैं और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इसे जल्द से जल्द खत्म किया जाए। उन्होंने कहा, हम चीन का हमारे चुनाव में दखल देख रहे हैं और यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
‘कंप्यूटिंग चिप का लगाने रोकने का मकसद चीन के विकास को रोकना नहीं’
ब्लिंकन ने कहा कि चीन को उन्नत कंप्यूटिंग चिप्स भेजने पर रोक लगाने का मकसद चीन की अर्थव्यवस्था या तकनीकी विकास को रोकना नहीं है। अमेरिकी सरकार ने 2022 से चीन को कुछ कंप्यूटिंग चिप्स के निर्यात पर रोक लगाई है, जिससे एनवीडिया, एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेस और इंटेल जैसी कंपनियों की बिक्री प्रभावित हुई है।
इस कदम ने हुआवेई टेक्नोलॉजीज को चिप शिपमेंट पर प्रतिबंध लगा दिया था। इन प्रतिबंधों के बावजूद अमेरिका ने इंटेल और क्वालकॉम को हुआवेई को चिप्स बेचने की अनुमति दी है।