भोपाल। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की मुसीबत काफी बढ़ चुकी है। इस गठबंधन के लिए मुसीबत पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने बढ़ा दी है।
दरअसल, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आर्टिकल 370 और 35 ए पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के समर्थन की बात कही है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के रक्षा मंत्री के बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को आड़े हाथों लिया है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री द्वारा धारा 370 के मुद्दे पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने पूछा, “क्या कांग्रेस पाकिस्तान के एजेंडे पर काम कर रही है?” सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से सीधे सवाल किया कि इस मुद्दे पर उनकी पार्टी का रुख क्या है।
माफी मांगे खरगे
सीएम ने आगे सवाल किया कि क्या कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का गठबंधन पाकिस्तान ने करवाया है? उन्होंने कहा कि इस पर कांग्रेस को देश के सामने आकर स्थिति साफ करनी चाहिए।
यह एक बेहद गंभीर मामला है, और यदि कांग्रेस पाकिस्तान के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है तो यह देश के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति होगी। मोहन यादव ने यह भी कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इस पूरे घटनाक्रम पर माफी मांगनी चाहिए।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली पर पाकिस्तान, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ है। कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के जियो न्यूज पर हामिद मीर की कैपिटल टॉक पर पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ पहुंचे थे। जहां यह पूछे जाने पर कि क्या जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली पर पाकिस्तान और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन एकमत हैं।
उन्होंने कहा कि बिल्कुल, यहां तक कि हमारी मांग भी यही है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के अनुच्छेद 370 और 35ए को बहाल करने के मुद्दे पर पाकिस्तान उनके साथ है।