7 महीने पहले शाइस्ता परवीन से मिला था अतीक का भांजा, पूछताछ में उगले कई राज

प्रयागराज। अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड में फरार माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के बारे में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। गिरफ्तार किए गए अतीक के भांजे जका से पुलिस ने सख्‍ती से पूछताछ की।

इस दौरान उसने बताया कि करीब सात माह पहले आखिरी बार मामी शाइस्ता परवीन से दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मुलाकात हुई थी। इसके बाद वह कहां गई, वह नहीं जानता है। इसके अलावा वह अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और बहन नूरी के बारे में भी कुछ नहीं बता सका।

पुलिस ने गुरुवार को जका को रंगदारी के मामले में मरियाडीह से गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में उसने बताया कि दिल्ली, कोलकाता समेत कई जगहों पर उसने फरारी काटी थी। शुक्रवार को जेल भेजने से पहले जका से घंटों पूछताछ की गई।

उमेश पाल हत्‍याकांड की है गवाह

बता दें क‍ि 24 फरवरी 2023 को राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की गोलि‍यों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में माफिया अतीक, उसके भाई अशरफ, बेटों सहित पत्‍नी शाइस्ता परवीन पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज हाेने के बाद से ही शाइस्‍ता परवीन फरार चल रही हैं। शाइस्‍ता पर 50 हजार का इनाम भी घोष‍ित है। पहले ये इनाम 25 हजार था।

अतीक के भांजे को घर से क‍िया ग‍िरफ्तार

ज्ञात हो क‍ि पिछले एक साल से फरार चल रहे माफिया अतीक अहमद के भांजे मो. जका को गुरुवार की देर रात को प्रयागराज पुल‍िस ने गिरफ्तार कर ल‍िया था।

उसके कब्जे से वैगनआर कार, तमंचा और कारतूस बरामद हुए थे। गुरुवार को वह अपने घर मरियाडीह आया था, तभी पूरामुफ्ती पुलिस ने घेरेबंदी करके उसे दबोच लिया। अब उसके साथियों की तलाश तेजी से की जा रही है।

लगाए गए हैं ये आरोप

बताया जा रहा है कि जाफरी कालोनी धूमनगंज निवासी साबिर हुसैन ने एक साल पहले पूरामुफ्ती थाने में 10 लाख की रंगदारी मांगने, लूटपाट और हमला करने का मुकदमा दर्ज कराया था।

साबिर का आरोप है कि वह अपने प्लाट पर जा रहा था, तभी अतीक के भांजे जका व मो. वैश, मुजम्मिल, शकील, राशिद उर्फ नीलू, मो. अहमद और जका की मां ने एकराय होकर मोबाइल छीन लिया। 10 लाख की रंगदारी मांगी थी।

जान से मारने की दी थी धमकी

इसके बाद जब वह शिकायत करने के लिए जका के घर पहुंचा तो उस पर हमला किया गया और जान से मारने की धमकी भी दे डाली। वारदात के बाद आरोपित पहले दिल्ली और फिर कोलकाता भाग निकला था।

गुरुवार को जब वह अपने गांव आया तो डीसीपी सिटी को पता चल गया। तब उन्होंने थानाध्यक्ष पूरामुफ्ती मनोज सिंह को गिरफ्तारी के लिए लगाया।

भांजे के कब्‍जे से बरामद हुए असलहे

पुलिस टीम ने घेरेबंदी करके जका को कार समेत दबोच लिया। तलाशी में उसके कब्जे से तमंचा व कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस का कहना है कि इसी मुकदमे में तीन आरोपितों की पहले गिरफ्तारी हो चुकी है। बाकी की तलाश चल रही है। माफिया अतीक के गुर्गों और उसके गिरोह से जुड़े सदस्यों के खिलाफ एक बार फिर ऑपरेशन तेज हो गया है।

गुर्गों की तलाश में जुटी पुल‍िस

खासकर अलग-अलग मुकदमे में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया जा रहा है। इसके अलावा अवैध रूप से जमीन का काम करने और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वालों पर कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है। डीसीपी ने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि माफिया का गैंग फिर से सक्रिय न होने पाए।

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