‘गेंद चीन के पाले में है’, टैरिफ विवाद पर बोला US- उनको हमसे समझौता करने की जरूरत

वाशिंगटन। टैरिफ मामले पर चीन और अमेरिका के बीच तनातनी का माहौल है। ट्रंप के टैरिफ के जवाब में चीन ने भी 125 फीसदी शुल्क अमेरिकी सामान पर लगा दिया है। इस बीच मंगलवार को व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने चीन से जुड़े सवालों के जवाब दिए। टैरिफ विवाद के बाद टिकटॉक सौदे पर भी ग्रहण लगते दिख रहे हैं।

इस बीच ट्रंप प्रशासन ने 19 जून तक टिकटॉक को अमेरिका में कामकाज करने की मंजूरी दी है। जब व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव से पूछा गया कि अगर चीन बातचीत को तैयार नहीं होता है तो इस पर लेविट ने कहा कि दो महीने का समय काफी है। मैं आगे नहीं बढ़ना चाहती। उपराष्ट्रपति इन वार्ताओं और बातचीत का नेतृत्व कर रहे हैं। राष्ट्रपति भी इसमें शामिल हैं।

चीन को हमसे समझौता करने की जरूत

जब उनसे पूछा गया कि क्या ट्रंप टिकटॉक डील करने के लिए चीन पर टैरिफ कम करेंगे तो लेविट ने कहा कि चीन पर राष्ट्रपति की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है।

उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान को साझा किया और कहा कि ओवल ऑफिस में ट्रंप ने यह बात मुझसे कही थी कि गेंद चीन के पाले में है। चीन को हमारे साथ समझौता करने की जरूरत है। हमें उनके साथ समझौता करने की जरूरत नहीं है।

चीन को हमारा पैसा चाहिए

लेविट ने कहा कि सिर्फ बड़े होने के अलावा चीन और किसी भी अन्य देश के बीच कोई अंतर नहीं है। चीन वही चाहता है जो हमारे पास है… हर देश भी यही चाहता है। ये अमेरिकी उपभोक्ता हैं।

अगर दूसरे शब्दों में कहें तो उन्हें हमारा पैसा चाहिए। लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के साथ समझौता करने को तैयार हैं। मगर चीन को भी अमेरिका के साथ समझौता करना होगा।

डील पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं ट्रंप

जब व्यापार समझौतों के बारे में लेविट से पूछा गया कि कौन-कौन सी डील पर बातचीत जारी है तो उन्होंने कहा कि अमेरिकी व्यापार राजदूत, वाणिज्य सचिव और ट्रेजरी सचिव ने प्रशंसनीय काम किया है।

ये सभी अच्छे व्यापार समझौते को पूरा करने में कड़ी मेहनत से लगे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप भी इन व्यापार समझौतों पर बेहद रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने अपनी व्यापार टीम को यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इन सभी डील पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं।

15 से अधिक व्यापार समझौते हुए

लेविट ने कहा कि हमने 15 से अधिक व्यापार सौदे किए हैं। प्रस्तावों पर सक्रिय रूप से विचार चल रहा है। 75 से अधिक देशों ने व्यापार समझौते पर हमसे संपर्क किया है। अभी बहुत काम करना बाकी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द ही कुछ डील्स की घोषणा की जाएगी।

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