गुरुग्राम: पिता के शक्की स्वाभाव ने ले ली उसकी जान? राधिका मर्डर केस में बड़ा खुलासा

गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम निवासी टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। राधिका के पिता दीपक यादव ने अपनी ही बेटी को घर में गोली मार दी।

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि बाप-बेटी के रिश्तों में अचानक खटास आ गई थी, जिसकी वजह राधिका द्वारा चलाई जा रही टेनिस अकादमी बनी।

पुलिस के अनुसार, दीपक यादव ने राधिका से दो हफ्ते पहले से अकादमी बंद करने की जिद शुरू कर दी थी। उसने यह तक कहा कि वह उसके नुकसान की भरपाई कर देगा, लेकिन राधिका नहीं मानी।

हत्या से तीन दिन पहले दोनों में फिर से तीखी बहस हुई थी, जिसमें दीपक ने धमकी दी कि या तो वह खुद को गोली मार लेगा या उसे। राधिका ने तब भी विरोध किया और फिर तीन दिन बाद वही हुआ, जो किसी ने सोचा भी नहीं था।

क्यों चिढ़ा पिता? ‘बेटी की कमाई’ और ‘चरित्र’ पर सवाल

पुलिस का कहना है कि दीपक यादव एक सनकी स्वभाव का व्यक्ति था, जो छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाता था और अपने मन में बातों को पालता रहता था।

सेक्टर 56 थाने के एसएचओ और इस केस के जांच अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि दीपक को लगता था कि वजीराबाद गांव में लोग उसे बेटी की कमाई खाने वाला और उसके चरित्र पर सवाल उठाते हैं।इसी बात से वह मानसिक रूप से परेशान था।

दीपक ने पुलिस को बताया कि उसने राधिका की टेनिस करियर में करीब 2 करोड़ रुपये खर्च किए और उसके साथ कई टूर्नामेंट्स में गया। लेकिन अब उसे लगने लगा था कि लोग उसे बेटी की कमाई पर जीने वाला समझते हैं।

पत्नी ने खोले राज

पुलिस सूत्रों के अनुसार, राधिका की मां मंजू ने बताया है कि दीपक का शक करने का स्वभाव बहुत पुराना है। शादी के शुरुआती दिनों में ही उसने मंजू को उसके एक रिश्तेदार से बात करने से मना किया था।

इसके बाद मंजू ने उससे सालों तक बातचीत नहीं की।इसी शक और असुरक्षा की भावना ने धीरे-धीरे राधिका पर भी प्रभाव डालना शुरू किया।

एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जब वह अकादमी चला रही थी और घायल होने के कारण खेल से दूर थी, तब दीपक के मन में तरह-तरह के भ्रम और संदेह पैदा हो गए।

परिवार हैरान, रिश्तेदारों को भरोसा नहीं

दीपक के मामा पक्ष के रिश्तेदार राजकुमार ने हत्या पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि वो हमेशा राधिका के साथ खड़ा रहा। उसने उसकी करियर के लिए बहुत कुछ किया, फिर इतनी छोटी बात पर कैसे हत्या कर सकता है?

गौरतलब है कि राधिका ने एक म्यूजिक वीडियो में भी अभिनय किया था, जिसकी शूटिंग के दौरान दीपक और मंजू दोनों मौजूद थे। पुलिस ने इस वीडियो को हत्या से जोड़ने की संभावना को खारिज कर दिया है।

पुलिस ने बताया कि राधिका ने हत्या से एक महीने पहले अपना इंस्टाग्राम अकाउंट डिलीट कर दिया था। अब पुलिस इस अकाउंट के डिलीट डेटा की जांच कर रही है, जिससे कोई और सुराग मिल सके।

FIR में आरोपी पिता के बयान

FIR में दर्ज दीपक के बयान के मुताबिक, वो दूध लेने गांव गया था। वहां लोगों ने बेटी की कमाई पर उसे ताने मारे और उसके चरित्र पर सवाल उठाए। उससे वो बहुत अपमानित महसूस कर रहा था।

कई दिन यही सोचता रहा और फिर एक दिन गुस्से में रिवॉल्वर निकालकर उसे तीन गोलियां मार दीं। घटना के वक्त दीपक का बेटा ऑफिस में था, जबकि मां मंजू घर के कमरे में आराम कर रही थीं।

4 गोलियां मारी गईं, सभी पीठ पर: पोस्टमार्टम रिपोर्ट

पुलिस द्वारा कराई गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस जघन्य हत्या की भयावहता को और स्पष्ट कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, राधिका को तीन नहीं बल्कि चार गोलियां मारी गईं और सभी पीठ से चेस्ट में प्रवेश की गईं।

गोली लगने से उसके फेफड़े और दिल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

दीपक यादव ने अपने बयान में तीन गोलियों की बात कही थी, जिससे यह साफ होता है कि वह उस वक्त मानसिक रूप से पूरी तरह बेकाबू था और उसे खुद यह भी याद नहीं कि उसने कितनी गोलियां चलाईं।

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