
मंडी। लगता है हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद एवं बालीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का राजनीति से मोहभंग हो रहा है।
तभी तो एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा राजनीति महंगा शौक है, जिसमें पैसा भी बहुत लगता है और मानसिक तनाव भी। यह सबसे अधिक दुर्व्यवहार वाला पेशा है।
कंगना के मुताबिक उन्हें बताया गया था कि सांसद के तौर पर वह संसद के काम के अलावा अपना पेशेवर कार्य भी कर सकती हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई बिलकुल अलग है।
अब लोग उनके पास टूटी सड़कों, नालियों और संपर्क मार्गों की शिकायतें लेकर आते हैं। उनके संसदीय क्षेत्र में 17 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनका प्रबंधन करना बहुत मुश्किल है।
मदद के लिए अन्य नेताओं की तरह निजी संसाधन नहीं
कंगना का कहना है कि उन्हें स्टाफ के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं, दूसरी तरफ जनता उम्मीद करती है कि हर छोटी-बड़ी समस्या का समाधान सांसद करें।
अन्य नेताओं की तरह उनके पास कोई एनजीओ नहीं है और न ही कोई निजी संसाधन जो राहत प्रदान करें। वह जो जो करती हैं अपनी मेहनत और ईमानदारी से करती हैं।
जो मेरा काम नहीं, उस पर झूठे वादे नहीं करती
राजनीति और फिल्मी दुनिया की तुलना करते हुए कंगना ने कहा कि फिल्मी दुनिया की चमक के पीछे एक व्यवस्था होती है,
लेकिन राजनीति में जनता घोटालों को लेकर चिल्लाती रहती है और फिर वही नेता जीतते रहते हैं।फिल्मी दुनिया में फ्लाप होने पर बार-बार अवसर नहीं मिलते हैं।
उन्होंने सबसे कठिन सीट से चुनाव जीतकर दिखाया है और अपने काम को लेकर ईमानदारी बरती है, जो मेरा काम नहीं है उस पर दूसरों की तरह झूठे वादे नहीं करती।
जयराम ठाकुर और भाजपा की प्रशंसा
भाजपा आम कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का अवसर देती है। हिमाचल के बहुत से नेताओं की पारिवारिक पृष्ठभूमि किसान की है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर नंगे पांव बर्फ पर चलकर स्कूल जाते थे। उनके पिता मिस्त्री थे। वह साधारण परिवार से निकलकर मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे, यह सब भाजपा में संभव है।