‘क्योंकि सास भी….’, पहले ही दिन तुलसी की दुश्मन ने चली चाल; शांति निकेतन में लौट आई जान

नई दिल्ली। एकता कपूर के शो की खासियत यही है कि पहला एपिसोड हो या आखिरी, वह दर्शकों को ड्रामा दिखाने और हैरान करने से पीछे नहीं रहती हैं। उनका 2000 का सबसे सफल शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ अपने बिल्कुल ब्रांड न्यू सीजन के साथ लौट आया है।29 जुलाई को पहले एपिसोड में क्या दिखाया जाएगा, ये जानने की एक्साइटेड थी, लेकिन पहले दिन ही कहानी ने जिस तरह से टर्न लिया है, उसे जानकर आप इस शो का एक भी एपिसोड मिस नहीं करना चाहेंगे। पहले ही एपिसोड में दर्शकों को फैमिली वैल्यूज और मिहिर-तुलसी के साथ-साथ दुश्मन की चाल भी देखने को मिली।तुलसी-मिहिर ने मनाई शादी की 38वीं सालगिरहक्योंकि सास भी कभी बहू थी के पहले एपिसोड की शुरुआत तुलसी (Smriti Irani) से होती है, जो गायत्री मंत्र का जाप करते हुए पुरानी वैल्यूज के बारे में बताती है। वह तुलसी और वरांदा के महत्व को समझाती है।शो की शुरुआत इसके फेमस टाइटल ट्रैक के साथ होती है, जहां तुलसी पुराने समय की तरह सभी कैरेक्टर को इंट्रोड्यूज करती है। इसके साथ ही वह अपने शो के नए एक्टर अमन गांधी, रोहित सुचांती, शगुन शर्मा, अंगद और परिधि को भी ऑडियंस से मिलवाती है।घर के बाहर पूजा करते हुए पहले एपिसोड में तुलसी बा को अपनी शादी की 38वीं सालगिरह पर याद करते हुए काफी इमोशनल हो जाती हैं। वह अपना दुख व्यक्त करते हुए बताती है कि बा के बिना जिंदगी जीना कितना मुश्किल है।पहले सीजन की तरह इस सीजन में भी एकता कपूर ने ये दिखाया कि कैसे तुलसी के बिना शांति निकेतन में उनका परिवार कुछ भी काम नहीं कर पाता है। हर दिन के रूटीन में तुलसी अपने बच्चों की मदद करती है।तुलसी की दुश्मन ने चली पहली चालतुलसी अपनी सास सविता (अपारा मेहता) से बात करते-करते रोने लगती है, लेकिन उसे अचानक ही ये एहसास होता है कि उसकी सास अब इस दुनिया में नहीं रही हैं और वह उनकी स्पिरिट से बात कर रही है, जो सोचकर वह भावुक हो जाती है।उधर दूसरी तरफ करण (हितेन तेजवानी) और नंदिनी (गौरी प्रधान) ये डिसाइड करते हैं कि वह अपनी मां तुलसी के घर के कामों में मदद करेंगे और मिहिर से भी कहते हैं कि उन्हें पत्नी की मदद करनी चाहिए।वहीं दूसरी तरफ एपिसोड में ये दिखाया है कि अंगद लेट नाइट पार्टी करके पार्टी में लौटता है और अपनी ही मां तुलसी को ट्रिक करने की कोशिश करता है, लेकिन वह उसे पकड़ लेती है। करण-नंदिनी, शोभा और हेमंत दूसरे शहरों में शिफ्ट हो चुके हैं,लेकिन वह सब तुलसी-मिहिर की 38वीं सालगिरह के लिए एक साथ आते हैं। वहीं पर दूसरा ट्रैक ये भी दिखाया जाता है कि मिहिर मॉर्निंग वॉक से घर आता है और सीधा अपने रूम में चला जाता है, ये देखकर गायत्री (कमालिका गुहा) जो तुलसी को बिल्कुल पसंद नहीं करती, वह उसका मजाक बनाती है।गायत्री की इस हरकत पर तुलसी रूम में अकेले जाकर रो पड़ती है, जहां उसका परिवार उसे खुश करने की कोशिश करता है। पहले एपिसोड में ये भी दिखाया गया कि मिहिर तुलसी को कार देकर बड़ा एनिवर्सरी पर बड़ा सरप्राइज देता है, जिसे देखकर वह इमोशनल हो जाती है।कैसा है शो का पहला एपिसोड?क्योंकि सास की कभी बहू थी के पहले एपिसोड की शुरुआत काफी अच्छी हुई है, जहां एकता कपूर ने इस चीज को श्योर किया है कि वह पुरानी वैल्यूज के साथ शो में नए फ्लेवर एड करें, ताकि उससे 90 के बच्चों के साथ-साथ आज की जनरेशन भी कनेक्ट कर पाए। ये शो आप रात 10:30 बजे स्टार प्लस पर और जियो हॉटस्टार पर भी देख सकते हैं।

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