
कोच्चि। सोशल मीडिया सेंसेशन मोनी भोसले, जिन्होंने इस साल उप्र के प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान नेटिजन्स का ध्यान खींचा और लोगों ने उन्हें मोनालिसा नाम दे दिया, अब वो मलयालम सिनेमा में कदम रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
मप्र के इंदौर की रहने वाली मोनालिसा ने महाकुंभ स्थल पर माला बेचने के लिए लोगों को दीवाना बनाया था। मोनालिसा ने मंगलवार को खुद सोशल मीडिया पर अपनी पहली मलयालम फिल्म के पूजा समारोह की तस्वीरें और वीडियो शेयर किए।
‘नागम्मा’ नाम की इस मलयालम फिल्म में कैलाश लीड रोल में हैं, जो नीलाथमारा (2009) में अपनी परफॉर्मेंस के लिए फेमस हैं। ऑनमनोरमा के अनुसार, पी बीनू वर्गीस की निर्देशित और जीली जॉर्ज की बनाई ‘नागम्मा’ की शूटिंग सितंबर के अंत तक शुरू होने की संभावना है। यह बीनू की ‘हिमुचरी’ के बाद अगली फिल्म है, जिसमें एक्टर शंकर लीड रोल में थे।
‘नागम्मा’ फिल्म के डायरेक्टर
इस आगामी मलयालम फिल्म का पूजा समारोह कोच्चि में प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सिबी मलयिल की उपस्थिति में आयोजित किया गया था, जो थानियावर्तनम (1987), किरीदम (1989), दशरथम (1989), महामहिम अब्दुल्ला (1990), भारतम (1991), सदायम (1992), कमलादलम (1992), और चेनकोल (1993) जैसे क्लासिक्स के निर्देशन के लिए जाने जाते हैं।
महाकुंभ में मोनालिसा का क्रेज
महाकुंभ के दौरान, मोनालिसा ने हजारों दर्शकों और लाखों इंटरनेट यूजर्स का ध्यान खींचा था और कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे। हालांकि, इस पर बहस छिड़ गई।
एक वर्ग ने इसे आजीविका कमाने के लिए तीर्थस्थल पर आई लड़की का खुलेआम वस्तुकरण करार दिया। इन बहसों के बावजूद, मामला इतना बिगड़ गया कि लोग उन्हें व्यक्तिगत रूप से देखने और उनके साथ सेल्फी लेने के लिए उमड़ पड़े।