
लखनऊ। पिछले कई दिनों से हो रही तेज धूप के बीच सोमवार को उप्र में बादलों की आवाजाही के बीच बूंदाबांदी हुई। मौसम में अचानक बदलाव से अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई, जिसकी वजह से भीषण उमस से काफी राहत मिली। दिन का पारा 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी राजस्थान से शुरू हुई मानसून वापसी के बीच मंगलवार से गुरुवार तक लखनऊ समेत पूर्वी यूपी के अधिकतर जिलों में अच्छी बारिश के आसार हैं। उप्र में 20 सितंबर के बाद मानसून की वापसी के संकेत मिल रहे हैं।
पूर्वी यूपी में कम तो पश्चिम में अधिक बारिश
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बन रहा है। इसके मध्य भारत की ओर बढ़ने के साथ ही मानसून द्रोणी निष्प्रभावी हुई है। परिणामस्वरूप बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी से उप्र के पूर्वी और मध्यवर्ती भाग तक पहुंचने से वर्षा की गतिविधियों कुछ वृद्धि की संभावना बन रही है।
उन्होंने बताया कि मानसूनी बारिश की बात करें तो अब तक पूर्वी यूपी में सामान्य से 17 प्रतिशत कम तो पश्चिमी जिलों में 15 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है। पूर्वी उप्र में 734.3 मिमी बारिश का अनुमान था, लेकिन 610.5 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई, जबकि पश्चिमी जिलों में 632.9 मिमी वर्षा होनी थी, लेकिन इससे अधिक 729 मिमी बरसात हुई।
प्रदेशभर में औसत सामान्य से पांच प्रतिशत कम बादल बरसे। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार और गुरुवार को राजधानी में कहीं हल्की तो कहीं भारी वर्षा की संभावना है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी और उमस से राहत मिल सकती है।