भोपाल। इसी साल के अंत तक मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। राज्य में के विधानसभा चुनावों की घोषणा के पहले ही 17 अगस्त गुरुवार को 39 उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर पार्टी से अपनी चुनावी तैयारी का श्रीगणेश कर दिया।
इसी क्रम में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश के सौ भाजपा विधायकों जनता का मिजाज जानने के लिए शुक्रवार को मध्य प्रदेश के लिए रवाना कर दिया। ये सभी विधायक आज 19 अगस्त को भोपाल में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होंगे जिसमे यह बताया जाएगा कि उन्हें जनता का मूड जानने के लिए क्या-क्या करना है? साथ ही यूपी के सुशासन का ब्योरा जनता के बीच कैसे प्रस्तुत करना है?
भाजपा नेताओं के अनुसार यूपी से मप्र जाने वाले एक सौ विधायकों की सूची दस दिन पहले ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने तैयार कर भेज दी थी। जिन- जिन विधायकों को 19 अगस्त को भोपाल पहुंचा है, उन्हें भी विधानसभा सत्र के दौरान इसकी जानकारी दे दी गई थी। इस तय कार्यक्रम के अनुसार पार्टी के विधायक आज भोपाल के लिए रवाना भी हो गए।
19 अगस्त को इन विधायकों को भोपाल में चुनावी सर्वे को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के बाद यूपी के विधायक मप्र के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में जाएँगे। जहां वह भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे। साथ ही जनता के मूड को भी भांपने का प्रयास करेंगे।
इसके अलावा ये विधायक कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा मप्र में किए जा रहे चुनाव प्रचार को लेकर जनता को सावधान करेंगे, साथ ही यूपी में कांग्रेस की हालत की जानकारी भी जनता को देंगे। यूपी के सभी विधायक मप्र में एक सप्ताह तक रुकेंगे और चुनावी माहौल का आकलन करने के बाद अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे।
भाजपा नेताओं के अनुसार विधानसभा चुनाव में सर्वे करने गए यूपी के यह उप्र भाजपा के 100 विधायक 20 अगस्त से अपने-अपने तय किए गए क्षेत्र में सक्रिय हो जाएँगे और एक सप्ताह तक अपने लिए तय किए गए क्षेत्र में कैंप कर जानकारी जुटाकर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
ये जो भी काम करेंगे वह गोपनीय होगा। ये उसमें स्थानीय नेताओं का सहयोग नहीं लेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश इस दौरान मप्र में मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि यूपी के विधायकों की रिपोर्ट के आधार पर मप्र में तमाम विधायकों के के टिकट को फाइनल किया जाएगा। किस विधानसभा सीट पर किन-किन मुद्दों को लेकर पार्टी के नेता चुनाव प्रचार करें, यह भी तय किया जाएगा।