नई दिल्ली। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने वित्त वर्ष 2022-23 में पहली बार मुनाफा दर्ज किया है। इंडियन पोस्ट की सब्सिडियरी को पिछले वित्त वर्ष में 20.16 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग प्रॉफिट हुआ है। इस दौरान इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की आय में 66.12 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। इस दौरान लागत में 17.36 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आईपीपीबी की ओर से 2022-23 के दौरान 20.16 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दर्ज किया गया है। इस दौरान बैंक के कारोबार में काफी बढ़त देखने को मिली है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक कैसे पहुंचा 20 करोड़ पर?
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे वेंकटरामू ने कहा कि जन धन योजना, आधार और इंडिया स्टैक जैसी पहल के साथ नियामकों के सहयोग और वित्तीय समावेशन पर सरकार के जोर ने बैंक की सफलता में अहम भूमिका निभाई है।
साथ ही कहा कि बैंक द्वारा वित्त का प्रबंधन पूरी कुशलता के साथ किया गया है। इसके अलावा बैंक ने फाइनेंसियल ऑफरिंग को बढ़ाया है। उन्होंने आगे बताया कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का उद्देश्य खुद को एक यूनिवर्सल बैंक के रूप में बदलना है। डिजिटल इन्फ्रास्टचर को उपयोग करते हुए अंतिम छोर तक सर्विस को उपलब्ध कराना है।
क्या है इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक?
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट के तहत आता है। इसकी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी भारत सरकार के पास है। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक सितंबर, 2018 को की गई थी। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की ओर से सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, मनी ट्रांसफर, मनरेगा और पोस्टल प्रोडक्ट्स आदि उपलब्ध कराए जाते हैं।