नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बी20 सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उनसे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बिजनेस शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। जयशंकर ने कहा कि जब भारत ने पिछले दिसंबर में जी20 की अध्यक्षता संभाली थी, तो हम पूरी तरह से अवगत थे कि जब हम मिलेंगे तो अधिकांश दक्षिणी देश यहां मौजूद नहीं होंगे, इसलिए पीएम मोदी ने इसका भी हल निकाला।
जयशंकर ने कहा कि दक्षिण की मौजूदगी के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने जनवरी में वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन बुलाने का फैसला किया। इस वर्ष हमने उनकी चुनौतियों और प्राथमिकताओं के बारे में सुना और इन्हें जी20 एजेंडे का केंद्रीय मुद्दा बनाया है।
कोविड ने विकासशील देशों की अहमियत बताई
जयशंकर ने कहा कि कोविड महामारी ने दुनिया को विकासशील देशों की अहमियत बताने का काम किया है।विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि यह वास्तविकता है कि अंतरराष्ट्रीय प्रणाली पर वैश्विक उत्तर का प्रभुत्व बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक रूप से जी20 की संरचना में भी परिलक्षित होता है।
मंत्री ने कहा कि समय के साथ इसमें बदलाव हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि हमने देखा कि दुनिया भर में कोविड महामारी ने जब भयावह रूप लिया, तो विकासशील देशों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता और जरूरत सभी को समझ आई।