स्मॉग से लिपटी राजधानी दिल्ली की हवा हुई जहरीली, नोएडा में AQI पहुंचा 540 के पार

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत पूरे NCR में बढ़ते प्रदूषण से लोगों की सांसें फूलने लगी हैं। आज शुक्रवार सुबह पूरी राजधानी स्मॉग में लिपटी नजर आई। मौसम विभाग के मुताबिक, दृश्यता दिल्ली में पालम पर 1000 मीटर और सफदरजंग पर 800 मीटर दर्ज किया गया।

वहीं, AQI बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। साथ ही आंखों में जलन होने से लोग परेशान हैं। उधर, मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में जहरीली हवा चल रही है, जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। आइए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि शुक्रवार सुबह कहां कितना AQI रहा।

बता दें कि नोएडा सेक्टर-1 में शुक्रवार सुबह AQI 696 दर्ज किया गया। हालांकि, अब वहां AQI 543 दर्ज किया गया है। उधर, दिल्ली के पंजाबी बाग में एक्यूआई 361 दर्ज किया गया है।

दिल्ली-NCR में कहां कितना पहुंचा AQI

आनंद विहार                 427

नोएडा सेक्टर-1            543

ITI शारदा दिल्ली         359

वजीरपुर                       340

ओखला दिल्ली             342

ध्यानचंद स्टेडियम         327

छठ पर फिर बढ़ा दिल्ली का वायु प्रदूषण

दिल्ली में बृहस्पतिवार को छठ पूजा के दौरान एक बार फिर से वायु गुणवत्ता में गिरावट देखने को मिली। NCR के शहरों में AQI के स्तर में इजाफा देखने को मिला। सुबह और रात के समय हल्के कोहरे एवं स्माग की परत भी देखी गई।

चिंताजनक स्थिति में कई इलाके

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार (CPCB) राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार का औसत AQI 377 रहा। एक दिन पहले यह 352 रहा था। छठ पूजा के दौरान शाम को प्रदूषण स्तर में और वृद्धि देखी गई। शाम छह बजे यह एक्यूआई 382 तक पहुंच गया।

चिंताजनक स्थिति यह कि शाम छह बजे दिल्ली के 16 इलाकों का एक्यूआई 400 से ऊपर यानी वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। इनमें आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, मुंडका, जहांगीरपुरी, वजीरपुर, ओखला फेज दो, पंजाबी बाग, रोहिणी, सोनिया विहार और पटपड़गंज समेत कई अन्य इलाके भी शामिल हैं।

NCR में भी कमोबेश यही स्थिति देखने को मिली। डिसिजन सपोर्ट सिस्टम (DSS), IITM पुणे के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन का सबसे अधिक योगदान था, जो लगभग 12 प्रतिशत था। परिवहन के अलावा दिल्ली के प्रदूषण में अन्य योगदान पराली का धुआं भी शामिल है।

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