‘कुत्तों की आलौदों, बंधकों को रिहा करो’; हमास पर फूटा फलिस्तीनी राष्ट्रपति का गुस्सा

गाजा पट्टी। फलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने फलिस्तीन की प्रतिरोध समूह हमास को ‘कुत्तों की औलाद’ बोलकर संबोधित किया है और उन्होंने हमास से हथियार छोड़ने और इजरायली बंधकों को रिहा करने का आह्वान किया है।

CNN की रिपोर्ट के अनुसार, फलिस्तीनी राष्ट्रपति ने गाजा पट्टी पर हो रहे इजरायली नरसंहार को रोकने को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि इजरायली बंधकों की वजह से इजरायल को हमला करना का बहाना मिल रहा है, इसलिए बंधकों की रिहाई जरूरी है।

रामल्लाह से टेलीविजन पर दिए अपने भाषण में अब्बास ने कहा, “कुत्तों की औलादों, बंधकों को रिहा करो और इजरायल के जस्टिफिकेशन को बंद करो।” वहीं इजरायल ने नरसंहार की बात को खारिज करते हुए कहा कि वह गाजा में आत्मरक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है और उसका मैन टार्गेट हमास है।

हमास के लिए बड़ा झटका

इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए नए सिरे से किए जा रहे प्रयासों के बीच फलिस्तीनी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी हमास के लिए एक बड़ा झटका है और ये सबसे कड़ी सार्वजनिक आलोचना है। मिस्र ने भी हाल ही में हमास को हथियार छोड़ने का सुझाव दिया था।

इतना ही नहीं, अब्बास ने 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले की भी निंदा की है और उन्होंने PLO (Palestine Liberation Organisation) के तहत सभी फलिस्तीनी गुटों को एक होने का आह्वान किया है। उन्होंने फलिस्तीन की आजादी के लिए आगे बढ़ने का भी आह्वान किया है।

हमास के खिलाफ क्यों हैं अब्बास?

फलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास PLO से आते हैं, जो वेस्ट बैंक में अपना शासन चलाती है। फलिस्तीन के दूसरे हिस्से गाजा में हमास की सरकार है। इन दोनों गुटों की विचारधारा में बहुत अंतर है, इस वजह से ये दोनों गुट काफी बार आमने सामने रहे हैं।

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