
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी सीनेट में एक विदेशी अखबार की फर्जी तस्वीर का जिक्र कर झूठा दावा किया कि पाकिस्तानी वायुसेना संघर्ष में भारतीय वायुसेना पर भारी पड़ी।
इस दौरान पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने ब्रिटिश अखबार डेली टेलीग्राफ के एक लेख की तस्वीर का हवाला दिया। हालांकि पाकिस्तानी मीडिया ने ही अपने विदेश मंत्री के झूठ का पर्दाफाश कर दिया। फैक्ट चेक में विदेशी अखबार की तस्वीर फर्जी निकली है।
पाकिस्तान के अखबार ने ही खोली इशाक डार के झूठ की पोल
दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने गुरुवार को पाकिस्तानी सीनेट में बताया कि ब्रिटिश अखबार टेलीग्राफ ने लिखा कि ‘पाकिस्तानी वायुसेना, आकाश में निर्विवाद किंग रही।’ इस पर पाकिस्तान के एक जाने-माने अखबार डॉन ने ही फैक्ट चेक कर अपने विदेश मंत्री के दावे को खारिज कर दिया।
अखबार ने बताया कि इशाक डार ने जिस खबर का जिक्र किया, वह फर्जी है और वह सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल एक फर्जी तस्वीर है।
पाकिस्तानी अखबार ने वायरल तस्वीर की जांच की तो उसे तस्वीर में कई खामियां नजर आईं। जांच में पता चला कि डेली टेलीग्राफ ने ऐसी कोई खबर प्रकाशित ही नहीं की।
फैक्ट चेक में फर्जी निकली तस्वीर
पाकिस्तानी अखबार ने फैक्ट चेक के जरिए पता लगाया कि वायरल तस्वीर में जो लेख है, उसमें स्पेलिंग की गलतियां थीं, जो एक प्रतिष्ठित अखबार के संपादकीय में नहीं हो सकतीं। पेज का लेआउट भी डेली टेलीग्राफ के लेआउट से मेल नहीं खाता।
पाकिस्तान के कई अन्य पत्रकारों ने भी इस तस्वीर का फैक्ट चेक किया और इस खबर को फर्जी पाया। एक यूजर ने डेली टेलीग्राफ की तस्वीर को AI जेनरेट बताया और संसद में दिए उप-प्रधानमंत्री के दावे को शर्मनाक करार दिया।
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत से बुरी तरह से मात खाने के बाद पाकिस्तानी सेना और सरकार अपने देश में फर्जी प्रोपेगैंडा चला रहे हैं ताकि जनता की नजरों में हीरो बनकर बेइज्जती से बचा जा सके।
उल्लेखनीय है कि कई अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में भारत को विजेता बताया है और दावा किया कि पाकिस्तानी वायुसेना, भारतीय वायुसेना के सामने कहीं न टिक सकी।
भारत ने पूरी सटीकता और सुनियोजित तरीके से हमले किए, जबकि पाकिस्तानी वायुसेना के ड्रोन और लड़ाकू विमान हवा में ही तबाह कर दिए गए। भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य एयरबेस को निशाना बनाया, जिसमें उनके कई अहम एयरबेस को भारी नुकसान हुआ।