
तेहरान/वॉशिंगटन। ईरान ने पहली बार स्वीकार किया है कि कि अमेरिका के हवाई हमलों में उसकी परमाणु सुविधाओं को महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने न्यूज़ चैनल अल जजीरा से बात करते हुए पहली बार इसकी पुष्टि की।
बाघई ने कहा, ‘हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है, यह निश्चित है।’ ईरानी प्रवक्ता ने इसके अलावा कोई अधिक जानकारी नहीं दी।
ईरान ने की अमेरिकी हमले की निंदा
वहीं, इस्माइल बाघई ने अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून, नैतिकता और कूटनीति के लिए एक हानिकारक झटका बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ईरान ने बातचीत बंद नहीं की है।
बाघई ने कहा, वे बातचीत और कूटनीति की बात कर रहे हैं, लेकिन आक्रामकता भी कर रहे है। इन विरोधाभासों ने केवल और अधिक समस्याएं ही पैदा की हैं।
बता दें कि अमेरिका ने बीते रविवार को ईरान के तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों की सराहना करते हुए कहा था कि इसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
हालांकि, पेंटागन के एक खुफिया आकलन में इन दावों पर संदेह जताया गया और अनुमान लगाया कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ है, बल्कि यह कुछ महीने ही पीछे हुआ है।
CIA चीफ का भी आया बयान
इस बीच अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के प्रमुख ने कहा है कि अमेरिकी हमलों ने ईरान की परमाणु सुविधाओं को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर किया है और उसे कई साल पीछे धकेल दिया है।
CIA निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने कहा कि प्रमुख स्थलों को नष्ट कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है।