
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और BCCI के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली एक बार फिर क्रिकेट प्रशासन में वापसी करने जा रहे हैं। इस बार वे एक बार फिर से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष पद का जिम्मा संभाल सकते हैं। गांगुली ने पुष्टि की है कि वे CAB की वार्षिक आम बैठक (AGM), जो 20 सितंबर, 2025 को होने वाली है, से पहले अपनी नामांकन प्रक्रिया पूरी करेंगे।
6 साल बाद CAB अध्यक्ष बनने को तैयार
दरअसल, गांगुली की वापसी उनके बड़े भाई और मौजूदा CAB अध्यक्ष, स्नेहाशीष गांगुली, लोढ़ा समिति के सुधारों द्वारा उल्लिखित कार्यकाल प्रतिबंधों के कारण पद पर बने रहने के लिए अयोग्य होने के चलते हो रही है।
चुनाव में कोई बड़ा प्रतिद्वंद्वी सामने नहीं होने की वजह से गांगुली का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है। CAB ने चुनाव प्रक्रिया की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
हाल ही में एक आपात एपेक्स काउंसिल की बैठक हुई और 14 अगस्त को अंतिम काउंसिल मीटिंग होगी, जिसके बाद नामांकन की प्रक्रिया और बाकी औपचारिकताओं को पूरा किया जाएगा।
2015-19 तक CAB अध्यक्ष रहे गांगुली
यह वापसी गांगुली के प्रशासनिक सफर को पूरा चक्र देती है। CAB के प्रेसिडेंट के तौर पर गांगुली का पहला टर्म 2015-2019 तक चला था। फिर जगमोहन डालमिया के निधन के बाद CAB के प्रेसिडेंट सौरव के भाई स्नेहाशीश गांगुली बने।
बता दें कि गांगुली के पहले CAB कार्यकाल के दौरान उन्होंने बंगाल क्रिकेट को मजबूत बनाने, इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने और कोचिंग व प्लेयर डेवलपमेंट में निवेश करने पर जोर दिया। इसकी वजह से बंगाल टीम रणजी ट्रॉफी जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं में मजबूत दावेदार बन गई।
BCCI के भी अध्यक्ष रह चुके हैं
इतना ही नहीं, बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर (2019–2022), गांगुली ने बेंगलुरु में वर्ल्ड-क्लास नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) की शुरुआत की, महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाते हुए Women’s T20 Challenge का आयोजन कराया, जिसने बाद में Women’s Premier League (WPL) का रास्ता बनाया। इसी दौरान BCCI ने 2023–2027 के लिए IPL के मीडिया अधिकारों की रिकॉर्ड डील ₹48,000 करोड़ से ज्यादा में की।
ऐसे में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपने अनुभव के साथ, गांगुली की सीएबी में वापसी से बंगाल क्रिकेट को नई दिशा और स्थिरता की उम्मीद की जा रही है।