
मुंबई। शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने 14 सितंबर को एशिया कप के तहत दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने हाल ही में हुई आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर मैच रद्द करने की अपील की है।
अमेरिका में बनाए गए वीडियो में प्रियंका चतुर्वेदी ने याद दिलाया कि उन्होंने BCCI अध्यक्ष को मैच रद्द करने के लिए एक पत्र लिखा था, क्योंकि पाकिस्तानी क्रिकेटर अक्सर अपने सोशल मीडिया पर भारत और ऑपरेशन सिंदूर का अपमान करते पाए गए हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, ‘एशिया कप में 14 सितंबर को दुबई में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच होना है। मैंने संसद में यह मुद्दा इसलिए उठाया था, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब मैं संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विभिन्न देशों के दौरे पर गई थी, तो हमें बताया गया था कि आतंकवाद से कोई बातचीत या व्यापार नहीं होगा।
पहलगाम में 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई और 26 महिलाएं विधवा हो गईं। इसीलिए ऑपरेशन सिंदूर हुआ और हमने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया।
हमने यह भी संकल्प लिया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खात्मे की दिशा में काम नहीं करता, तब तक उसके साथ सभी तरह की बातचीत और व्यापार बंद कर देंगे। अब इस क्रिकेट मैच की घोषणा हो गई है। मेरे और देश के कई नागरिकों के बार-बार अनुरोध के बावजूद यह हो रहा है।
मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से BCCI अध्यक्ष से मैच रद्द करने का अनुरोध करने का आग्रह किया था। पाकिस्तानी क्रिकेटर अपने सोशल मीडिया पर हमें और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अपमानित करते पाए गए। वे हमेशा अपने देश के आतंकवादियों के साथ खड़े रहे।’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ जारी रहने की स्थिति में मैच के फैसले पर सवाल
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के जारी रहने की स्थिति में मैच जारी रखने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के बजाय 26 शोकाकुल परिवारों का समर्थन करता।
अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, तो BCCI को पाकिस्तान के साथ यह मैच आयोजित करने की अनुमति किसने दी? मैंने सभी हितधारकों से इस मैच को स्ट्रीम या प्रसारित न करने का आग्रह किया।
मैं देश के लोगों से इस समय उन 26 शोकाकुल परिवारों के साथ खड़े होने और पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह करना चाहती हूं। हम तब तक पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहते, जब तक पाकिस्तानी खिलाड़ी आतंकवादियों का समर्थन करना बंद नहीं कर देते।
बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में ही खेलने की अनुमति
पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत की क्रिकेट टीम पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में पाकिस्तान से भिड़ रही है। इस मुकाबले से पहले विपक्ष की ओर से मैच का बहिष्कार करने की व्यापक मांग उठी थी। हालांकि, केंद्र सरकार ने भारतीय टीम के किसी भी बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी।
विपक्ष ने लगाया दोहरे रवैये का आरोप
इससे पहले महाराष्ट्र कांग्रेस ने शुक्रवार को भारत-पाकिस्तान मैच को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों और कर्तव्य निभाते हुए शहीद हुए सैनिकों का अपमान बताया।
शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP ने कहा कि मैच की अनुमति देने से सरकार का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है। आलोचना का जवाब देते हुए महाराष्ट्र के मंत्री और क्रिकेट प्रशासक आशीष शेलार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों को द्विपक्षीय राजनीतिक गतिरोध से प्रभावित नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत में कई आतंकी हमले करवाए हैं। देश के प्रसारकों को भारत-पाकिस्तान मैच का बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने पूछा, ‘बीसीसीआई राष्ट्र-विरोधी होता जा रहा है।
BCCI पाकिस्तान के साथ खेलने को लेकर इतना उत्साहित क्यों है? क्या यह पैसों, टीवी राजस्व, विज्ञापन राजस्व के लालच में है या खिलाड़ियों की फीस के लिए? जब पाकिस्तान सिर्फ भारत में होने के कारण एशिया कप का बहिष्कार कर सकता है, तो BCCI ऐसा क्यों नहीं कर सकता?
भाजपा का पलटवार
एशिया क्रिकेट काउंसिल बोर्ड में BCCI के प्रतिनिधि और महाराष्ट्र की भाजपा सरकार में मंत्री आशीष शेलार ने एक कार्यक्रम में शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत पर इस मुद्दे पर भारत विरोधी रुख अपनाने का आरोप लगाया।
शेलार ने कहा, ‘हमारा रुख हमेशा से स्पष्ट रहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी और पाकिस्तान भी पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा। हालांकि, हम अपनी टीम को किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने या भाग लेने से नहीं रोक सकते। यह कैसा रुख है? यह उचित रुख नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘जो लोग अब भारत की भागीदारी का विरोध कर रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि दिवंगत शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद की अपने घर पर मेजबानी की थी।’
बता दें कि राउत ने गुरुवार को कहा था कि शिवसेना (यूबीटी) 14 सितंबर को ‘सिंदूर रक्षा’ अभियान चलाएगी, ताकि एशिया कप टूर्नामेंट के तहत अबू धाबी में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच के विरोध में प्रदर्शन किया जा सके।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘जब ACC या ICC की ओर से बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं, तो देशों के लिए इसमें भाग लेना एक मजबूरी और अनिवार्यता बन जाती है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो वे टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे।
उन्हें मैच छोड़ना होगा और दूसरी टीम को अंक मिलेंगे, लेकिन भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय टूर्नामेंट नहीं खेलता है। हमने वर्षों से यह निर्णय लिया है कि जब तक पाकिस्तान भारत पर आतंकवादी हमले बंद नहीं कर देता, तब तक भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय टूर्नामेंट नहीं खेलेगा।’
मैच से पहले क्या बोले IPL चेयरमैन अरुण धूमल?
IPL चेयरमैन अरुण धूमल ने शुक्रवार को कहा था कि भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर दी है। धूमल ने बताया कि सरकार ने यह साफ कर दिया है कि भारतीय टीम एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के टूर्नामेंट्स में पाकिस्तान के खिलाफ खेल सकती है।
हालांकि, धूमल ने कहा कि BCCI भारत सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन कर रहा है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के अलावा कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलेगी।
सरकार की नई खेल नीति
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों को लेकर पहली बार एक स्पष्ट नीति बनाई है। धूमल ने बताया, ‘इस नीति के मुताबिक, भारत अब किसी भी खेल में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मुकाबले नहीं खेलेगा, चाहे वह मुकाबला तटस्थ स्थल पर ही क्यों न हो।
हालांकि, अगर वह टूर्नामेंट बहु-राष्ट्रीय है जैसे ACC या ICC आयोजनों में होता है, तो भारतीय टीम को उसमें हिस्सा लेना होगा और पाकिस्तान के खिलाफ भी खेलना होगा।’