
इस्लामाबाद। पाकिस्तान एयरफोर्स के काबुल पर एयरस्ट्राइक के बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पाकिस्तान में भीषण आत्मघाती हमला किया है। ये हमला कितना खतरनाक था, मौके से आई तस्वीरों से उसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
ARY न्यूज के पत्रकार जफर नकवी ने रिपोर्ट देते हुए इस आत्मघाती हमले में कम से कम 50 पुलिसकर्मियों के माने जाने का दावा किया है।
उन्होंने डॉक्टरों के हवाले से मरने वालों की संख्या में और इजाफा होने की भी बात कही है, लेकिन पाकिस्तान के अधिकारियों ने अभी तक इस आत्मघाती हमले में 7 लोगों की मौत की बात स्वीकार की है। मरने वाली की सही संख्या की हम पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
ये आत्मघाती बम धमाका, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (PTC) के अंदर किया गया है। स्थानीय अधिकारियों ने अभी तक 7 पाकिस्तानी पुलिस जवानों के मारे जाने और 13 जवानों के घायल होने की बात कही है।
इसीलिए आशंका है कि अगर यह आधिकारिक संख्या है तो हताहतों की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। TTP का कहना है कि यह हमला काबुल पर पाकिस्तान के हमले का बदला है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा हमला
चश्मदीदों का कहना है कि हमलावरों की संख्या तीन थी, जिनमें एक आत्मघाती हमलावर था। जियो-न्यूज के मुताबिक तीनों हमलावर मारे गये हैं। जियो न्यूज के मुताबिक हमले के बाद अस्पतालों में अफरा-तफरी मच गई। जिला मुख्यालय अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि अब तक सात शव और ग्यारह घायलों को लाया गया है, जिनमें से एक की हालत नाज़ुक है।
हालांकि स्थानीय पत्रकारों और डॉक्टरों का कहना है कि असल मौतों का आंकड़ा कहीं ज्यादा है, लेकिन प्रशासन उस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। इस बीच, पाकिस्तानी सीनेट के कार्यवाहक अध्यक्ष सैय्यदाल खान ने हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं।
आपको बता दें कि डी.आई. खान हाल के महीनों में आतंकवादियों के निशाने पर लगातार रहा है। एक दिन पहले ही इसी जिले के दरबन क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना ने एक इंटेलिजेंस बेस्ड ऑपरेशन (IBO) में सात आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था।
उस दौरान पाकिस्तानी सेना के एक मेजर की भी मौत हो गई थी। पाकिस्तान में स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं।
सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज़ (CRSS) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 की तीसरी तिमाही में पाकिस्तान में हिंसा के मामलों में 46% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देशभर में 901 लोगों की मौत और 599 के घायल होने की घटनाएं दर्ज की गईं हैं।