दिल्ली: शराब नीति घोटाला मामले में व्यवसायी अमित अरोड़ा गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की शराब नीति घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज बुधवार को व्यवसायी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार किया है। अमित अरोड़ा बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड (Buddy Retail Pvt Ltd) के निदेशक हैं।

दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति में अनियमितता को लेकर सवाल उठे तो उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 22 जुलाई को केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति 2021-22 में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियागत खामियों को लेकर इसकी सीबीआई जांच कराए जाने की सिफारिश की थी।

अब तक हुई गिरफ्तारी

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली की शराब नीति घोटाला (liquor policy scam) मामले में 14 नवंबर को आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर और व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार किया था।

इससे पूर्व दो आरोपियों बिनॉय बाबू और पी सरथ चंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने दावा किया था कि दिल्ली की आबकारी नीति सार्वजनिक होने से पहले कुछ शराब निर्माताओं को लीक कर दी गई थी।

इतना ही नहीं ईडी का यह भी दावा है कि जांच में पता चला दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत करीब 34 VIP लोगों ने डिजिटल सबूत मिटाने के लिए करीब 140 मोबाइल फोन बदले। ईडी का दावा है कि इस मामले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई।

क्या है दिल्ली की शराब नीति घोटाला

दिल्ली में केजरीवाल सरकार 2021-22 में आबकारी नीति लेकर आई थी। इस नीति के आने के बाद दिल्ली के शराब कारोबारी ग्राहकों को डिस्काउंटेड रेट पर शराब बेच रहे थे। इस नीति में सीबीआई ने घोटाले के आरोप लगाए थे. मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। कई जगहों पर एक बोतल खरीदने पर दूसरी मुफ्त दी जा रही थी के चलते एक समय ऐसा भी आया था, जब दिल्ली में शराब दुकानों की संख्या करीब 650 पहुंच गई थी।

जांच एजेंसी ने नई शराब नीति में घोटाला होने का दावा किया था, जिसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को वापस ले लिया था। राज्य में एक सितंबर से पुरानी शराब नीति दोबारा लागू कर दी गई है। नई नीति लागू होने से पहले ही कई लाइसेंस धारकों ने अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए थे।

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