शब्द राहुल के, संस्कार सोनिया गांधी के; जुबां युवा कांग्रेस की: स्मृति ईरानी

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद राहुल गांधी पर भाजपा नेताओं का हमला लगातार जारी है। अब केंद्रीय मंत्री व अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने आज मंगलवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर निशाना साधा है। स्मृति ने कहा कि कांग्रेस का ओबीसी समाज से कोई लेना-देना नहीं है। इनका लक्ष्य सिर्फ मोदी है जबकि मोदी का लक्ष्य देश का विकास करना है।

स्मृति ने कहा, “राहुल गांधी ने 4 मई 2019 को एक मैगजीन के इंटरव्यू में था कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की ताकत उनकी छवि है और राहुल गांधी ने इंटरव्यू में प्रण लिया था कि मैं पीएम मोदी की छवि पर प्रहार करता रहूंगा, जब तक उस छवि को नष्ट ना कर दूं।

उन्होंने कहा गांधी परिवार ने सत्ता में रहते हुए पीएम मोदी की छवि खराब करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे न जनता का प्रेम पीएम मोदी के लिए कम कर सके और न ही जनता का साथ।”

राहुल ने किया ओबीसी समाज का अपमान

स्मृति ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी का अपमान करने की कोशिश में पूरे ओबीसी समुदाय का भी अपमान किया। यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने दलित या पिछड़े समुदायों के लोगों का अपमान करने की कोशिश की है। जब आदिवासी परिवार की महिला राष्ट्रपति बनी तब भी गांधी परिवार के निर्देश पर एक कांग्रेस सदस्य ने द्रौपदी मुर्मु का अपमान किया।

शब्द राहुल के, संस्कार सोनिया गांधी के हैं

स्मृति ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास की टिप्पणी को लेकर राहुल और सोनिया गांधी पर निशाना साधा। श्रीनिवास ने कहा था, “स्मृति ईरानी गूंगी-बहरी हो गईं हैं। उसी डायन को… महंगाई डायन को बेडरूम में बैठाने के लिए डार्लिंग बनाने का काम किया है।”

इसके जवाब में स्मृति ने कहा, “शब्द राहुल गांधी के, संस्कार सोनिया गांधी के हैं। बस जुबां युवा कांग्रेस की है।” राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भेजे जाने पर स्मृति ने कहा, “ये घर राहुल गांधी का नहीं है, घर का संबंध आम लोगों से है।”

डरपोक ना होने का ढोंग

स्मृति ने कहा कि अपनी राजनीतिक बौखलाहट में राहुल गांधी का मोदी जी के प्रति विष, देश के अपमान में परिवर्तित हो चुका है। उन्होंने मोदी जी का अपमान करते-करते पूरे ओबीसी समाज का अपमान करना भी उचित समझा।

मोदी की इमेज पर प्रहार करने के लिए उन्होंने विदेश में झूठ बोला, देश में झूठ बोला, संसद में झूठ बोला। ये वो व्यक्ति है जो सुप्रीम कोर्ट के सामने नाक रगड़कर माफी मांगते हैं और आज ढोंग करते हैं डरपोक न होने का।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने इस चुनौती को केवल एक अनुरोध के साथ स्वीकार किया, और वह यह था कि गांधी परिवार उन पर हमला कर सकता है, लेकिन यह हमला राष्ट्र राज्य पर हमले में तब्दील नहीं होना चाहिए। हालांकि, राहुल गांधी की राजनीतिक हताशा ऐसी है कि उनके ‘वादे’ पूरे नहीं हो सके और इसलिए उन्होंने अपना अभियान जारी रखा।

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