दिग्विजय के ‘थैंक्यू जर्मनी’ पर बढ़ी रार, कपिल सिब्बल ने कहा- ये हमारी अपनी लड़ाई

नई दिल्ली राहुल गांधी की सांसद के रूप में अयोग्यता पर जर्मन विदेश मंत्रालय की ओर से की टिप्पणी पर जर्मनी को शुक्रिया कहने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्विट पर रार बढ़ गया है। दिग्विजय पर अब कांग्रेस के पूर्व नेता और सांसद कपिल सिब्बल ने निशाना साधा है। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को कहा कि ‘हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। ये लड़ाई हमारी अपनी है।’

कपिल सिब्बल एक ट्वीट में कहा, ‘दिग्विजय सिंह: भारत में लोकतंत्र से कैसे समझौता किया जा रहा है इस पर ध्यान देने के लिए बर्लिन को धन्यवाद दिया। मेरा विचार: हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेशों से समर्थन की जरूरत नहीं है।’ सिब्बल ने जोर देकर कहा, ‘हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और इसमें हम साथ हैं।’

क्या कहा था जर्मनी ने?

जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि हमने भारत में विपक्षी नेता राहुल गाधी के खिलाफ फैसले और उनकी संसदीय सदस्यता निलंबित किए जाने का संज्ञान लिया है।

प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि हमारी जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी फैसले को चुनौती दे सकते हैं। तब ये स्पष्ट होगा कि क्या यह फैसला टिक पाएगा और क्या निलंबन का कोई आधार है?

प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी को उम्मीद है कि न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत समान रूप से राहुल गांधी के खिलाफ कार्यवाही पर लागू होंगे।

क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने?

जर्मनी के बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी को परेशान करके भारत में लोकतंत्र से समझौता किया जा रहा है। इसका संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय और डॉयचे वैले के मुख्य अंतरराष्ट्रीय संपादक रिचर्ड वाकर का शुक्रिया।

भाजपा ने भी साधा था निशाना

दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी को धन्यवाद कहे जाने पर भाजपा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा था। भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को आमंत्रित कर रहा है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कटाक्ष किया कि भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए विदेशी शक्तियों को आमंत्रित करने की खातिर राहुल गांधी का आभार।

किरेन रिजिजू ने आगे कहा- ‘याद रखिए, भारतीय न्यायपालिका विदेशी हस्तक्षेप से प्रभावित नहीं हो सकती। भारत अब और विदेशी प्रभाव को सहन नहीं करेगा क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री हैं-नरेंद्र मोदी जी।’

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