छह मई को किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक, एक हजार करोड़ से अधिक होगा खर्च  

लंदन। ब्रिटेन में इन दिनों किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक की तैयारियां चल रही हैं। छह मई को किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक लंदन में होगा। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद से ही किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक की तैयारियां चल रही हैं। इस बीच बताया जा रहा है कि राज्याभिषेक देखने वाले लोगों को राजा और उनके उत्तराधिकारियों के प्रति निष्ठा की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

क्यों किया जा रहा है राज्याभिषेक?

पिछले साल सितंबर में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद ब्रिटिश सिंहासन पर पहुंचे 74 वर्षीय किंग चार्ल्स और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला को शनिवार को वेस्टमिंस्टर एब्बे में एक धार्मिक समारोह में औपचारिक रूप से ताज पहनाया जाएगा।

ऐसा आयोजन 70 साल के अंतराल के बाद होने जा रहा है, इससे पहले ऐसी शाही परंपरा आखिरी बार 1953 में दिवंगत क्वीन के लिए देखी गई थी। कोरोनेशन का आयोजन भव्य पैमाने पर किया जा रहा है। छह से आठ मई के बीच ब्रिटेन में यह उत्सव भव्य कार्यक्रमों के बीच समाप्त होगा।

क्या होता है राज्याभिषेक?

राज्याभिषेक वह समारोह है जिस पर सम्राट को औपचारिक तौर पर ताज पहनाया जाता है। यह समारोह पहले राजा या रानी की मौत के शोक का वक्त पूरा होने के बाद होता है। परंपरागत रूप से, राज्याभिषेक विशुद्ध रूप से एक संस्कारपूर्ण और धार्मिक आयोजन है, जिसे एक उत्सव के रूप में आयोजित किया जाता है।

यह समारोह कैंटरबरी के आर्चबिशप, एंग्लिकन कम्युनियन के आध्यात्मिक प्रमुख द्वारा आयोजित किया जाएगा। पिछले 900 वर्षों से राज्याभिषेक समारोह वेस्टमिंस्टर एब्बे में आयोजित होता आया है।

राज्याभिषेक समारोह में उन्हें ताज और शाही सामग्री से विभूषित किया जाएगा। महाराजा को उनकी पत्नी महारानी कैमिला के साथ ताज पहनाया जाएगा। यह आमतौर पर नए राजा के बनने के कई महीनों बाद होता है। परंपरा के अनुसार, ब्रिटेन के राजाओं और रानियों को 1066 में विलियम द कॉन्करर के बाद से वेस्टमिंस्टर एब्बे में ताज पहनाया जाता है।

आठ महीने बाद ताजपोशी क्यों?

आठ सितंबर 2022 को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद, ब्रिटिश उत्तराधिकार के कानूनों के अनुसार, बिना किसी समारोह के सिंहासन उनके बेटे और उत्तराधिकारी चार्ल्स के पास चला गया। ब्रिटिश कानून के कारण सिंहासन का उत्तराधिकारी पिछले राजा/रानी की मृत्यु के तुरंत बाद राजा या रानी बन जाता है। ऐसा कोई समय नहीं होता है जब राज्य का कोई राजा या रानी न हो।

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के दो दिन बाद ताजपोशी की आधिकारिक प्रक्रिया 10 सितंबर को शुरू हुई। इस दिन किंग चार्ल्स III को ब्रिटेन के नए राजा के रूप में घोषित करने के लिए सेंट जेम्स पैलेस में परिग्रहण परिषद की बैठक हुई। प्रिवी काउंसिल नाम का यह समारोह नए राजा के लिए पहला आधिकारिक समारोह था, जहां उन्होंने स्कॉटलैंड के चर्च को सुरक्षित रखने की शपथ ली।

उसके बाद से, उत्तरी आयरलैंड और वेल्स की आवश्यक यात्राओं सहित राजा बनने के कई चरणों की शुरुआत हुई। मई तक, किंग चार्ल्स और शाही परिवार ‘ऑपरेशन गोल्डन ऑर्ब’ पर काम करते रहे। ‘ऑपरेशन गोल्डन ऑर्ब’ राज्याभिषेक समारोह की योजनाओं के लिए दिया गया नाम है।

ब्रिटिश क्राउन की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, एक नए राजा का राज्याभिषेक उसके परिग्रहण के कुछ महीनों बाद, शोक की अवधि के बाद होता है। इसीलिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय भी 16 महीने बाद 2 जून 1953 को गद्दी पर बैठीं जबकि उनके पिता किंग जॉर्ज VI की मृत्यु 6 फरवरी 1952 को हुई थी।

राज्याभिषेक का समय

किंग चार्ल्स III का राज्याभिषेक का कार्यक्रम लंदन के समयानुसार सुबह 11 बजे (भारतीय समयानुसार 4:30 PM) शुरू होगा। ब्रिटेन में बीबीसी, आईटीवी और स्काई न्यूज जैसे चैनलों के माध्यम से लाइव प्रसारण किया जाएगा। हालांकि, अन्य ब्रिटिश और अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्कों ने अभी तक राज्याभिषेक करने के लाइव प्रसारण करने की योजना नहीं बनाई है।

कार्यक्रम में खर्च कितना होगा?

किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक पर लगभग 1021.5 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान है। राज्याभिषेक का पूरा खर्च ब्रिटिश सरकार उठाएगी क्योंकि यह इसका एक विषय है। अनुमानित लागत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 1953 के राज्याभिषेक से दोगुनी है, उस वक्त ब्रिटिश सरकार ने 1.5 मिलियन पाउंड खर्च किए थे। यह राशि आज लगभग लगभग 528.7 करोड़ रुपए के बराबर है।

राज्याभिषेक के दौरान कौन होंगे मेहमान?

ताजपोशी के भव्य समारोह के लिए विभिन्न तैयारियां की गई हैं। इसमें 2,200 मेहमान शिरकत करेंगे। हालांकि, यह आंकड़ा 1953 में महारानी एलिजाबेथ के राज्याभिषेक के लिए आए 8,000 मेहमानों से बहुत कम है। मेहमानों में ब्रिटिश शाही परिवार होगा, जिसमें चार्ल्स के छोटे बेटे प्रिंस हैरी भी शामिल हैं।

अन्य विदेशी राजा, मंत्री और राष्ट्राध्यक्ष भी होंगे। अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन अमेरिका का प्रतिनिधित्व करेंगी और चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग के बीजिंग की ओर से भाग लेने की उम्मीद है। चार्ल्स और कैमिला के दोस्त भी समारोह में मौजूद होंगे।

उपराष्ट्रपति  जगदीप धनखड़ करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ब्रिटेन के सम्राट चार्ल्स-तृतीय और क्वीन कैमिला के राज्याभिषेक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। 1953 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राज्याभिषेक में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। चार्ल्स की ताजपोशी के लिए ब्रिटेन ने शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित किया था, लेकिन उनके स्थान पर धनखड़ कार्यक्रम में शामिल होंगे।

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