![FIR against folk singer Neha singh Rathore](https://divyaindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/neha-singh-rathore-512x470.jpg)
भोपाल। लोकगायिका नेहा सिंह राठौर पर भोपाल के हबीबगंज थाने में FIR दर्ज कराई गई है। उन पर यह एफआईआर अपने ट्विटर अकाउंट से एक विवादित ट्वीट पोस्ट किए जाने पर दर्ज कराई गई है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का ड्रेस पहने एक व्यक्ति सामने बैठे व्यक्ति पर पेशाब करता दिखाई पड़ रहा है।
दावा किया जा रहा है कि यह पोस्ट सीधी कांड से प्रेरित है। सीधी में एक व्यक्ति ने एक आदिवासी युवक पर पेशाब कर दिया था। एफआईआर में गायिका पर RSS और आदिवासी समुदाय में शत्रुता पैदा कराने का आरोप लगाया गया है।उन पर भारतीय दंड संहिता आईपीसी की धारा 153A लगाई गई है। इस धारा में जाति, धर्म, निवास, भाषा जैसे मामलों में दो समूहों में शत्रुता पैदा करने से संबंधित मामले दर्ज किए जाते हैं।
दरअसल, नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने अपने लोकप्रिय गाने ‘यूपी में का बा’ की तर्ज पर जल्द ही ‘एमपी में का बा’ लाने की बात कही है। पोस्ट में एक मीम भी जोड़ा गया है, जिसमें RSS की ड्रेस पहने एक व्यक्ति को सीधी कांड की तरह एक अन्य व्यक्ति पर पेशाब करते हुए दिखाया गया है। इस पोस्ट में अरेस्ट प्रवेश शुक्ला का हैशटैग भी जोड़ा गया है, जो सीधी कांड का आरोपी था।
6 जुलाई को सुबह 10.39 बजे की गई यह पोस्ट बहुत जल्द चर्चा में आ गई और उसके बाद लोगों ने प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। इसके बाद ही भाजपा के एक कार्यकर्ता सूरज खरे ने इसे RSS और आदिवासियों के बीच वैमनस्यता बढ़ाने का प्रयास मानते हुए इस पर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच करने की बात कही है।
क्या हुआ था सीधी में?
सीधी कांड में भाजपा के एक कार्यकर्ता ने एक आदिवासी युवक पर शराब के नशे में पेशाब कर दिया था। घटना को एक साल पहले का बताया गया है, लेकिन वीडियो वायरल होने पर इसकी जबर्दस्त आलोचना हुई और आरोपी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी।
इसके बाद मप्र सरकार ने आरोपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के घर को भी बुलडोजर से गिरा दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं पीड़ित का पैर धुलकर उनका सम्मान किया और उससे क्षमा भी मांगी। कांग्रेस ने इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बना लिया था और भाजपा पर आदिवासियों-दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया था।