
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस समय बाढ़ के खतरों का सामना कर रही है। यमुना के जलस्तर में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी ने दिल्लीवालों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। भारी बारिश के बाद दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी का उफान बरकरार है। कई इलाकों में हालात बिगड़ गए हैं। निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
आईटीओ में लगातार घुस रहा पानी
आईटीओ स्थित विकास भवन पर ड्रेन रेगुलेटर टूटने के चलते यमुना का पानी लगातार आईटीओ में घुस रहा है। जिससे यमुना का पानी तेजी से शहर में घुस रहा है। अधिकारी रेगुलेटर को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली में सराय काले खां टी-जंक्शन के पास NH-24 पर भारी ट्रैफिक जाम है। जलभराव और बाढ़ के कारण शहर के विभिन्न इलाकों में ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है।
मध्य दिल्ली में प्रवेश के रास्ते
सिग्नेचर ब्रिज- बंद
वजीराबाद ब्रिज- बंद
कश्मीरी गेट- बंद
लोहे का पुल- बंद
गीता कालोनी- बंद
विकास मार्ग- बंद
एनएच नौ- खुला
डीएनडी- खुला
कालिंदी कुंज- खुला
विकास मार्ग को दोनों तरफ से बंद, छोटे वाहनों की नो एंट्री
पानी भरने के कारण विकास मार्ग को दोनों तरफ से बंद किया गया है। छोटे वाहनों को बिल्कुल नहीं गुजरने दिया जा रहा है। बस आदि को पुलिस चलने की अनुमति दे रही है। रिंग रोड, भैरो मार्ग समेत समेत कई मार्ग कल से ही बंद हैं।
दिल्ली सरकार ने मांगी सेना से मदद
पूरी रात दिल्ली सरकर की टीमें डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के पास ड्रेन नंबर 12 के रेगुलेटर के पास नाले में आई दरार को ठीक करने के लिए काम करती रहीं। फिर भी इस दरार को ठीक नहीं किया जा सका है। यहां से यमुना का पानी शहर में प्रवेश कर रहा है।
इसके कारण आईटीओ और आसपास बाढ़ आ रही है। इंजीनियर पूरी रात काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मैंने मुख्य सचिव को सेना, एनडीआरएफ की मदद लेने का निर्देश दिया है, इसे तत्काल ठीक किया जाने की जरूरत है।