नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के वासियों के लिए राहत की खबर है। उफान पर चल रही यमुना नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है, हालांकि बाढ़ जैसे हालात अभी भी बरकरार हैं। आज सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर 207.48 मीटर दर्ज किया गया। यमुना दिल्ली में अपने उच्चतम स्तर से 1.18 मीटर नीचे आ चुकी है।
इस साल यमुना का जल स्तर 208.66 मीटर पर पहुंच गया था। सुबह 10 बजे जो जल स्तर दर्ज हुआ, यह 1978 के रिकॉर्ड से भी नीचे आ गया है। 1978 में 207.49 मीटर दर्ज हुआ था यमुना का जल स्तर, जो अब तक का रिकॉर्ड था। सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर 207.62 मीटर दर्ज किया गया।
जानकारी के अनुसार दिल्ली में ITO समेत अन्य जगहों पर आज भी भारी जलभराव है। ITO, शांति वन, यमुना बाजार समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी अभी भी मौजूद है।
दिल्ली में उफान पर बह रही यमुना नदी का जलस्तर प्रति घंटे कुछ सेंटीमीटर की गति से ही कम हो रहा है। बहरहाल, यमुना अब भी खतरे के निशान 205.33 से दो मीटर अधिक पर बह रही है। अगर राष्ट्रीय राजधानी तथा ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में और बारिश होने का पूर्वानुमान सच साबित होता है तो हालात बिगड़ सकते हैं।
यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। वहां घुटनों तक पानी जमा हो गया है। राजघाट के निकट जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, चौधरी चरण सिंह, राजीव गांधी, अटल विहारी बाजपेयी और कांग्रेस नेता संजय गांधी सहित कई अन्य दिग्गज नेताओं के स्मारक हैं। पास में ही व्यस्त आईटीओ क्रॉसिंग है, जो शुक्रवार सुबह से ही जलमग्न है। पानी सुप्रीम कोर्ट के पास तक पहुंच गया है।