नई दिल्ली। चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के लिए विक्रम लैंडर पूरी तरह तैयार है। चंद्रयान के चंद्रमा की सतह पर लैंड होने में अब केवल 3 दिन बाकी हैं। इस बीच आज यान के विक्रम लैंडर ने दूसरी बार सफलतापूर्ण डिबूस्टिंग को पूरा कर लिया है। अब लैंडर की चांद से दूरी केवल 25 किमी की रह गई है। चंद्रयान 3 का लैंडर 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा।
इसरो ने जारी की चंद्रमा की नई तस्वीरें
इसरो ने लैंडर विक्रम द्वारा ली गई चंद्रमा की नई तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों को काफी करीब से लिया गया है। इसरो द्वारा जारी चार तस्वीरों में चांद की अलग-अलग सतह देखने को मिल रही है, जिसे चिन्हित भी किया गया है।
14 दिनों तक करेगा खोज
चांद की सतह पर उतरने के बाद रोवर कुल 14 दिनों तक खोज और जानकारी जुटाएगा। रोवर प्रज्ञान की आयु चांद के एक दिन के बराबर यानी 14 दिनों तक का है। रोवर चंद्रमा पर एल्यूमीनियम, सिलिकॉन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, टाइटेनियम, कैल्शियम और आयरन से जुड़ी जानकारी को जुटाएगा।
चांद की सतह पर अकेले ही बढ़ रहा लैंडर
चंद्रयान का विक्रम लैंडर चंद्रयान-3 मिशन में अहम पड़ाव को पार कर लिया है। यह चंद्रयान से अलग होकर चांद की सतह की ओर अकेले ही बढ़ रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार को ट्विटर पर पोस्ट किया- 23 अगस्त, 2023 को चंद्रयान-3 भारतीय समय अनुसार शाम 6:04 बजे चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है।
भारत को काफी उम्मीदें
चंद्रयान-3 Mission से भारत को काफी उम्मीदें हैं। विशेषज्ञों की मानें तो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की काफी कम जानकारी दुनिया के पास मौजूद है। इस मिशन के जरिए इस दक्षिणी ध्रुव की कई अहम जानकारी भारत को मिलेगी।