वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के राजनीति विज्ञान विभाग की शोध छात्रा नजमा परवीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर PhD पूरी कर ली है। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही में रहने वाली नजमा परवीन ने 2014 में ‘नरेंद्र मोदी का राजनीतिक नेतृत्व: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन’ विषय पर प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में शोध शुरू किया था। उन्होंने करीब नौ साल में अपना शोध पूरा किया।
देश की पहली मुस्लिम महिला
इसी के साथ वह देश की पहली ऐसी मुस्लिम महिला बनी हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर रिसर्च किया है। नजमा परवीन ने का शोध पांच अध्यायों में है। प्रधानमंत्री मोदी की पूरी चुनावी रणनीति, राजनीतिक जीवन में उनके द्वारा गए कार्यों के साथ ही बचपन में गुजारे समय और गुजरात के चर्चित गोधरा कांड को भी रिसर्च में शामिल किया है।
नजमा परवीन के गाइड प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव का कहना है कि पीएम मोदी को जब दुनिया में मुस्लिम विरोधी छवि के तौर पर प्रस्तुत किया जा रहा था, किसी मुस्लिम महिला का उन पर शोध करना बड़ी बात है। साथ ही यह मोदी के विरोधियों को करारा जवाब भी है।
मोदी किसी धर्म-जाति के नहीं
नजमा का कहना है कि मुझे एक राजनेता को शोध अध्ययन के लिए चुनना था, इसलिए पीएम मोदी को चुना। इसको लेकर आलोचना या फिर किसी राजनीतिक पार्टी के निशाने पर आने से फर्क नहीं पड़ता है। किसी भी चीज को धर्म के चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
पूरे देश के पीएम: नजमा
नजमा का कहना है कि पीएम मोदी के व्यक्तित्व को महत्व देना चाहिए। नरेंद्र मोदी किसी विशेष धर्म या जाति के नहीं, बल्कि पूरे देश के पीएम हैं। उन्होंने पूरे देश को साथ लेकर आगे बढ़ने का काम किया है।