नई दिल्ली। संसद में घुसकर स्मोक अटैक और संसद के बाहर स्मोक अटैक करने वाले आरोपियों की प्लानिंग सिर्फ संसद में हंगामा करना नहीं था। इसके पीछे इन लोगों की बड़ी योजना थी। आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही पुलिस के हवाले से कई खुलासे सामने आ रहे हैं, जिससे यह पता चला है कि इस हंगामे के पीछे असली वजह क्या थी।
यह थी असली वजह
संसद में हंगामा कर सुर्खियां बटोरने के बाद आरोपी नई राजनीतिक पार्टी बनाना चाहते थे। ये लोग किसी बड़े प्लेटफॉर्म पर ऐसा काम करना चाह रहे थे, जिससे मीडिया का बड़ा कवरेज मिल सके।
पहले आत्मदाह की बनी थी योजना
इसके लिए पहले एक जेल (gel) लगाकर संसद भवन के सामने आत्मदाह करने की योजना बनाई गई। लेकिन जेल न खरीद पाने और इस तरह के प्लान में मकसद पूरा न होते देख इन्होंने प्लान रद्द कर दिया था।
फिर बना स्मोक अटैक प्रोग्राम
आत्मदाह का प्लान रद्द करने के बाद आरोपियों ने कलर स्मोक क्रैकर से संसद में हंगामा करने के निर्णय लिया। इस तरह के प्लान के बारे में लखनऊ के सागर शर्मा ने पुलिस को जानकारी दी है।
हर आरोपी कर रहा अलग बयानबाजी
सभी आरोपित अलग-अलग तरह के बयान दे रहे हैं, जिससे पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां तीन दिन बाद भी किसी स्पष्ट नतीजे पर नहीं पहुंच पाई हैं की इनका मकसद क्या था। संसद भवन की सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब तक छह आरोपित को गिरफ्तार कर चुकी है। तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।