बढ़ती उम्र में बेहतर स्वास्थ्य के लिए रूटीन में शामिल करें ये 3 स्ट्रेंथ एक्सरसाइजेस

नई दिल्ली। महिला हो या पुरुष जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। जिसकी वजह से कई बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। महिलाओं में तो मेनोपॉज के बाद बोन डेंसिटी भी कम होने लगता है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। इन सभी समस्याओं से बचने का कारगर समाधान है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग।

क्यों जरूरी है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग?

बता दें कि उम्र बढ़ने के साथ जिन बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है ऑस्टियोपोरोसिस उनमें से एक है। इसलिए शरीर के साथ-साथ बोन हेल्थ पर भी ध्यान देना जरूरी है।

बोन डेनसिटी में सुधार

कई सारी रिसर्च में यह साबित हुआ है कि बढ़ती उम्र में हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग बहुत जरूरी है खासतौर से महिलाओं के लिए। इससे ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।

इसके अलावा जो दूसरा फायदा स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का मिलता है वो है इससे फैट बर्न होता है और मसल्स बनती है। क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ मसल लॉस भी होने लगता है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के के लिए इन 3 एक्सरसाइज को करें वर्कआउट रुटीन में शामिल

1. स्क्वॉट

स्कवॉट क्वाड्रिसेप्स, ग्लूट्स, हैमस्ट्रिंग को ट्रेन करने की बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज है। साथ ही इससे लोअर बॉडी फिट और मजबूत होती है। रोजाना महज 10 मिनट स्क्वॉट करके आप बॉडी का एक्स्ट्रा फैट बर्न कर सकते हैं।

2. ग्लूट ब्रिज

बढ़ती उम्र में खासतौर से हिप्स और पेट पर फैट जमा होने लगता है। इससे छुटकारा पाने के लिए ग्लूट ब्रिज बहुत ही असरदार एक्सरसाइज है। इसे करने से लोअर बॉडी की स्ट्रेंथ बढ़ती है। लंबी सीटिंग जॉब वालों के लिए यह एक्सरसाइज बेस्ट है। पीठ दर्द, हैमस्ट्रिंग में अकड़न की प्रॉब्लम से भी निपटने में ये एक्सरसाइज कारगर है।

3. प्लैंक

प्लैंक से सिर्फ बैली फैट ही कम नहीं होता, बल्कि इससे ओवरऑल बॉडी की स्ट्रेंथ भी बढ़ती है। बॉडी में कहीं अकड़न हो, तो पलैंक से वो भी सही हो जाती है। प्लैंक करने से बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी सिर्फ सूचना मात्र है। अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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