मुंबई। एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने घोषणा की है कि उसने अपने पहले सस्टेनेबल फाइनेंस बांड इश्यू के माध्यम से 300 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। यह रेगुलेशन एस बॉन्ड्स के जरिए जुटाए गए 750 मिलियन डॉलर का हिस्सा है। जबकि यूएस ट्रेजरी में 95 बेसिस प्वाइंट्स के प्रसार के साथ तीन साल की अवधि के लिए 300 मिलियन डॉलर जुटाए गए हैं, यूएस ट्रेजरी पर 108 बेसिस प्वाइंट्स के प्रसार के साथ, 5 साल की अवधि के लिए अन्य $450 मिलियन डॉलर जुटाए गए हैं।
ये किसी भारतीय जारीकर्ता द्वारा तीन साल के सस्टेनेबल बांड और यूएसडी रेग एस जारी करने के समान आकार के लिए पांच साल के सीनियर अनसिक्योर्ड बांड के लिए हासिल किया गया सबसे सख्त क्रेडिट स्पे्रड हैं। सस्टेनेबल फाइनेंस बांड की आय का उपयोग सस्टेनेबल फाइनेंस के अनुसार ग्रीन और सोशल लोन्स के फाइनेंस के लिए किया जाएगा, जबकि शेष आय सामान्य बैंकिंग गतिविधियों के फाइनेंसिंग के लिए जाएगी।
इस मौके पर अरूप रक्षित, ग्रुप हेड, ट्रेजरी, एचडीएफसी बैंक ने कहा कि ‘‘सस्टेनेबल फाइनेंस बांड के माध्यम से जुटाए गए फंड्स को इलेक्ट्रिक वाहनों, एसएमई और अफोर्डेबल हाउसिंग के लिए लोन देने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। हम बैंक की रिस्क फिलॉसफी का पालन करते हुए भी ग्रीन और सोशल पोर्टफोलियो बनाने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं।’’
बांड्स को इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (इंडिया आईएनएक्स) पर सूचीबद्ध किया जाएगा। मूडीज़ द्वारा पेपर को बीएए 3 (स्टेबल) और एसएंडपी द्वारा बीबीबी- (स्टेबल) रेटिंग दी गई थी। बैंक ने बार्कलेज, बोफा सिक्योरिटीज, जे.पी. मॉर्गन, एमयूएफजी और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक को ज्वाइंट ग्लोबल कोऑर्डिनेटर्स और ज्वाइंट लीड मैनेजर्स के रूप में नियुक्त किया था।