FSL की रिपोर्ट से बढेंगी एल्विश यादव की मुश्किलें, गायब थीं सांपों की विषग्रिथियां

नोएडा। ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ में शो के अंदर अपने व्यवहार से दिल जीतने वाले एल्विश यादव शो के बाद से ही नेगेटिंव खबरों को लेकर चर्चा में हैं। नोएडा की रेव पार्टियों में नशे के लिए इस्तेमाल हो रहे सांपों के जहर के मामले में एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। खबर है कि नोएडा पुलिस ने सांपों के जहर की जांच के लिए जयपुर स्थित फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) में भेजे थे और रिपोर्ट में बताया गया है कि ये कोबरा करैत प्रजाति के सांपों का जहर था।

बताया दें कि एल्विश यादव समेत इस मामले से जुड़े कुछ और लोगों के खिलाफ नोएडा सेक्टर 49 थाने में केस दर्ज हुआ था। दरअसल इस मामले में सबसे पहले बीजेपी सांसद मेनका गांधी के NGO ने एल्विश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं मौके से पकड़े गए सांपों के जहर को टेस्ट के लिए FSL लैब भेजा गया था।

आरोपियों ने पुलिस के सामने कुबूल की थी कई बातें

सांपों की तस्करी और रेव पार्टी को लेकर चल जांच जारी है और पिछले साल नवंबर में आरोपियों को रिमांड पर भी लिया गया था। इसके बाद नोएडा पुलिस ने उनसे कई घंटे की पूछताछ की थी, जिसमें आरोपियों की तरफ से कई खुलासे भी किए गए थे। आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस के सामने कुबूल किया था कि इन रेव पार्टियों में बीन प्रोग्राम और सांपों का खेल भी करवाया जाजा है और इनका कनेक्शन एल्विश और फाजिलपुरिया से भी बताया गया। इसके बाद पुलिस पता लगाने में जुट गई थी।

रेस्क्यू किए गए सांपों की विषग्रिथियां गायब थीं

इस केस में नोएडा पुलिस भी एल्विश से पूछताछ कर चुकी है। दरअसल पशु चिकित्सा विभाग की ओर से जांच में पता लगा था कि रेस्क्यू किए गए 9 सांपों की विष ग्रंथियां गायब थीं। इस मामले में एल्विश के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-B के तहत आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है, जिसमें एल्विश का भी नाम है।

पीआई की रिपोर्ट में बताया गया था पिछले साल 3 नवंबर को आरोपियों से रेस्क्यू किए गए सभी नौ सांपों की जहर वाली ग्रंथियां गायब थीं और इनमें 5 कोबरा सांप थे। बताया गया था कि इनमें से 8 सांपों के दांत भी गायब थे। जांच कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर निखिल वार्सने ने पीटीआई को बताया था कि सभी नौं सांप उनकी कस्टडी में थे और फिर कोर्ट से ऑर्डर लेने के बाद उन्हें सूरजपुर वेटलैंड्स में छोड़ दिया गया।

पिछले साल 3 नवंबर की है ये घटना

यहां आपको ये भी याद दिलाना चाहेंगे कि ये घटना पिछले साल 3 नवंबर की है। नोएडा सेक्टर 51 में मौजूद एक बैंकेट हॉल से पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार था। इनके पास 9 सांप मिले थे जिनमें से 5 कोबरा सांप थे। इन लोगों के पास से पुलिस को 20 ml संदिग्ध जहर भी मिले थे। हालांकि, पुलिस की तरफ बताया गया था कि उस हॉल से जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था उनमें एल्विश यादव शामिल नहीं थे, लेकिन उनकी संलिप्ता को लेकर जांच जारी है।

कहा- एल्विश यादव की पार्टी के लिए बदरपुर से सांप लाए जाते थे

हालांकि, जिन्हें पकड़ा गया था उनसे मिली जानकारी में बताया गया था कि इसका कनेक्शन एल्विश और फाजिलपुरिया से था। उन्होंने जानकारी दी थी कि एल्विश यादव की पार्टी के लिए बदरपुर से सांप लाए जाते थे। राहुल नाम के आरोपी ने कुबूल किया था कि वह रेव पार्टी में सांप और जहर का इंतजाम करता था। उसने बताया था कि डिमांड के हिसाब से सपेरे से लेकर ट्रेनर और बाकी चीजें उपलब्ध कराया जाता था।

एल्विश समेंत 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

नवंबर में इस मामले में पुलिस समेत 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज है, जिसमें बताया जा चुका है कि एल्विश जिंदा सांपों के साथ नोएडा के फार्म हाउस पर वीडियो बनाया करते हैं और रेव पार्टी के दौरान उनका इस्तेमाल करते हैं। इस एफआईआर में कहा गया था कि इस पार्टी में विदेश लड़कियां भी होती हैं और सांप के जहर का इस्तेमाल ड्रग्स की तरह होता है। इसमें सांप के जहर को किसी केमिकल के साथ मिलाने की भी खबर थी।

एल्विश ने मेनका गांधी को दिया था जवाब- मैं उन्हें नहीं छोड़ूंगा

वहीं एल्विश ने भी बदले में सांसद मेनका गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी थी। एक व्लॉग में एल्विश ने मेनका पर अपनी छवि खराब करने का आरोप लगाया था और कहा था कि सच्चाई खुद सामने आ जाएगी।

एल्विश ने अपने वीडियो में कहा था, ‘मेनका गांधी ने मुझे सांप सप्लायरों का मुखिया कहा, मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा। मैं उन्हें नहीं छोड़ूंगा। अब मैं इन सभी चीजों को लेकर मैं एक्टिव हो गया हूं। पहले मैं सोचता था कि मैं अपना समय बर्बाद न करूं, लेकिन अब मेरी इमेज खराब हो रही है।’

‘अपना और अपने परिवार का नाम खराब नहीं करूंगा’

उन्होंने आगे ये भी कहा था, ‘मैं इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होकर अपना और अपने परिवार का नाम खराब नहीं करूंगा। अगर इस मामले में मेरी एक पर्सेंट भी संलिप्तता साबित होती है तो मैं खुद ही सरेंडर कर दूंगा, फिर चाहे इसकी सजा 10 साल हो या 100 साल। हर किसी को पता है कि मेरा स्तर इतना नीचे नहीं गिरा है कि मैं इस तरह का काम करूं।’

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