देहरादून। चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में हो रहे यात्रियों के ऑफलाइन पंजीकरण की दैनिक निर्धारित सीमा हटा दी गई है। पहले दोनों स्थानों पर दो-दो हजार यात्रियों के प्रतिदिन पंजीकरण हो रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में चारधाम यात्रा प्रशासन ने यह सीमा हटाने का निर्णय लिया है।
चारों धामों में भीड़ सामान्य
गढ़वाल मंडलायुक्त एवं चारधाम यात्रा प्रशासन के अध्यक्ष विनय शंकर पांडेय ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चारों धामों में भीड़ सामान्य होने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार यात्रियों की सुविधा के लिए ऋषिकेश व हरिद्वार में चारों धामों के दर्शन के लिए जो कोटा निर्धारित किया गया था, उसे समाप्त कर दिया गया है।
अब यात्री इन दोनों स्थानों में पंजीकरण काउंटर में स्वयं भौतिक रूप से उपस्थित हो सीधे पंजीकरण कराकर यात्रा पर सुगमता से जा सकते हैं। यह आदेश चारों धामों में आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
गत वर्ष की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा श्रद्धालु
मंडलायुक्त ने बताया कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष चारधाम यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। गत वर्ष चारधाम यात्रा शुरू होने के एक माह के दौरान 12,35,517 श्रद्धालुओं ने धामों में दर्शन किए थे। इस वर्ष एक माह की अवधि में 19,64,912 श्रद्धालु धामों में दर्शन कर चुके हैं। यह संख्या गत वर्ष की तुलना में लगभग डेढ़ गुना अधिक है।