वायनाड (केरल) । केरल के वायनाड जिले में मंगलवार को मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अबतक 153 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 128 घायल है। वहीं, सेना का राहत व बचाव कार्य जारी है।
घायलों का इलाज कर रहे डॉक्टर
भूस्खलन प्रभावित इलाकों में घायल लोगों के इलाज के लिए लगातार डॉक्टर्स की टीम पहुंच रही है। लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों में से एक हस्ना ने कहा, “मैं इस राहत शिविर में इसलिए आई हूं क्योंकि सुबह शिविर में बहुत से लोगों को थोड़ी दिक्कत महसूस हुई।
ज्यादातर लोगों को सिरदर्द, हाई बीपी जैसी समस्याएं हैं, जो मुख्य रूप से तनाव की वजह से हैं। हम उन्हें दवाइयां दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा,” लोग सदमे में हैं इसलिए पहले 3 दिनों तक हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, जब वे सामान्य हो जाएंगे तो हम आगे का इलाज करेंगे”
केरल के ये चार इलाके बुरी तरह से प्रभावित हैं:
चुरालपारा
वेलारीमाला
मुंडकायिल
पोथुकलु
सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सेना की 122वीं इन्फैंट्री बटालियन राहत-बचाव कार्य में जुट चुकी है। सेना के जवान प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। वहीं, मलबे में फंसे हुए लोगों को बचाना सेना की पहली प्राथमिकता बन चुकी है।
केरल विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया
वायनाड भूस्खलन को लेकर शोक प्रकट करते हुए केरल विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया। बता दें कि केरल में दो दिनों का राजकीय शोक है। अब तक 153 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ चुकी है।
अरब सागर में तापमान बढ़ने से वायनाड में भारी बारिश-भूस्खलन
एक वरिष्ठ जलवायु विज्ञानी ने मंगलवार को कहा कि अरब सागर में तापमान बढ़ने से घने बादल बन रहे हैं, जिसके कारण केरल में कम समय में भारी बारिश हो रही है और भूस्खलन होने का खतरा बढ़ रहा है। वायनाड में हुए भूस्खलन की वजह भी अरब सागर में तापमान बढ़ना है।
वायनाड दौरे पर नहीं जाएंगे राहुल और प्रियंका
कांग्रेस नेता प्रियंका और राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि वे खराब मौसम की स्थिति और लगातार बारिश के कारण वायनाड का दौरा नहीं कर पाएंगे।