गजकेसरी योग में मनाई जाएगी जन्माष्टमी, रात 12 बजे होगा भगवान का प्राकट्य

नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार भादो कृष्ण अष्टमी तिथि 26 अगस्त को सुबह 03:39 से लेकर 27 अगस्त को देर रात 02:19 तक रहेगी।  ग्रहस्थ लोग 26 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे।  इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त मध्यरात्रि 12:00 बजे से लेकर 12:45 बजे तक रहेगा।

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर मुख्य उत्सव का आयोजन होगा। यहां सुबह 5:30 बजे से रात्रि 1:30 बजे तक निरंतर प्रवेश रहेगा। वहीं, ब्रज के सभी छोटे-बड़े मंदिर, चौराहों को भी सजाया गया है।

सुरक्षा के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर पुलिस, पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। खुफिया एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक 50 लाख से अधिक श्रद्धालु कृष्ण जन्मोत्सव के गवाह बनेंगे।

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास पूरे ब्रज में हिलोर ले रहा है। कान्हा के स्वागत को ब्रज स्वर्ग सा सजा गया है। सोमवार मध्यरात्रि 12 बजे घर-घर कन्हाई जन्म लेंगे। हर घर में मंगल बधाई गीत गूजेंगे। उनके दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु ब्रज में आ चुके हैं।

बांकेबिहारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर एवं वृंदावन के प्राचीन सप्त देवालयों को शिखर से लेकर चौखट तक रंगबिरंगी विद्युत झालरों से सजाया गया है। मंदिर के अंदर चौक और गर्भगृह को देशी-विदेशी सुगंधित पुष्पों आर गुब्बारों से सजाया गया है।

इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, चंद्रोदय मंदिर समेत प्राचीन सप्त देवालयों को भी रोशनी से सजाया गया है, जो कि देशभर से आए श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

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