वॉशिंगटन। इस्राइल के लेबनान में हवाई हमले और उसमें 550 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर है और संघर्ष के बढ़ने का खतरा बना हुआ है। अब इस्राइल की नई योजना से ये संघर्ष पूर्ण युद्ध में तब्दील हो सकता है।
दरअसल इस्राइल, लेबनान में जमीनी हमले करने की तैयारी कर रहा है और इसके लिए वह अपनी सेना को लेबनान में दाखिल करने की योजना बना रहा है। अमेरिका ने इसे लेकर चेतावनी दी है कि इससे पूरे पश्चिम एशिया में तबाही आ सकती है।
तनाव को कम करने में जुटा अमेरिका
इस्राइल की सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हेरजी हालेवी ने अपने सैनिकों को लेबनान में जमीनी हमले के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। पहले इस्राइल की लेबनान में जमीनी हमले की योजना नहीं थी, लेकिन अब जैसे हालात बन गए हैं और हिजबुल्ला ने इस्राइल को धमकी दी है,
उसके बाद जमीनी हमले की आशंका बढ़ गई है। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा है कि वह पश्चिम एशिया में युद्धविराम की कोशिश कर रहा है और इस्राइल और लेबनान के बीच तनाव को कम करने के प्रयास कर रहा है।
अमेरिका की चेतावनी- पश्चिम एशिया में तबाही आ सकती है
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस्राइल और लेबनान से शांति बनाए रखने की अपील की है और चेताया है कि अगर युद्ध हुआ तो इससे पूरे पश्चिम एशिया में तबाही आ सकती है।
फ्रांस के विदेश मंत्री ने भी कहा है कि उनका देश इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच 21 दिनों लिए के युद्धविराम की कोशिश कर रहा है ताकि तनाव को कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि युद्धविराम के प्रस्ताव की जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी। फ्रांस के विदेश मंत्री इसके लिए बेरूत की यात्रा पर भी जाने वाले हैं।
शांति की कोशिशें भी तेज
गौरतलब है कि इस्राइल के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत डैनी डेनन ने भी कहा है कि उनका देश संघर्ष को रोकने के लिए तैयार है। वहीं लेबनान के प्रधानमंत्री ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अपील की है कि संघर्ष को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करें और इस बात की गारंटी सुनिश्चित करें कि इस्राइल उसके कब्जाए गए सभी इलाकों को खाली कर देगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने एक बयान में कहा है कि ‘इस्राइल लेबनान में पूर्ण युद्ध छिड़ने की स्थिति में पूरे पश्चिम एशिया में तबाही आने का खतरा है।
उन्होंने कहा कि अगर इस्राइल और लेबनान के बीच युद्धविराम होता है तो इससे वेस्ट बैंक और गाजा में भी युद्धविराम के आसार बनेंगे।’
अमेरिका और फ्रांस के साथ ही कई उनके सहयोगी देश भी इस्राइल और लेबनान के बीच शांति स्थापित करने की वकालत कर रहे हैं। इनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ, जर्मनी, इटली, जापान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और कतर शामिल हैं।
इस्राइल और लेबनान के बीच हमास के इस्राइल में हमले के बाद से ही तनाव की स्थिति है और दोनों पक्ष एक दूसरे पर बीच-बीच में हमले करते आ रहे हैं।
बीते मंगलवार को इस्राइल ने लेबनान में कई ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत के बाद तनाव चरम पर है।