बहराइच। उप्र के बहराइच जनपद के महराजगंज में हुई हिंसा के बाद अब जिला प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। जिला प्रशासन ने हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के पास मौजूद बंदूक का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। थाने व तहसील से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज हिंसा में बीते 13 सितंबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा हो गई थी। हिंसा में रामगांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल की मौत हो गई। शनिवार को रामगांपाल की तेरहवीं भी कड़ी सुरक्षा के बीच सपन्न हुई। रामगोपाल की मौत लाइसेंसी बंदूक से गोली मारने पर हुई थी।
प्रकरण में मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद समेत छह नामजद व कई अज्ञात के खिलाफ हरदी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ थी। मुख्य आरोपी समेत चार छह लोग जेल भेजे गए हैं। आरोपियों को जेल भेजने के बाद जिला प्रशासन ने अब लाइसेंसी बंदूक के लाइसेंस को रद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला प्रशासन के मुताबिक, उसके पास सिंगल एसबीबीएल (बैरल बंदूक) है, जिसका लाइसेंस जल्द ही रद कर दिया जाएगा।
1995 में जारी हुआ था लाइसेंस
जिस लाइसेंसी बंदूक से रामगोपाल की गोली मारकर हत्या की गई है। उसका लाइसेंस वर्ष 1995 में जारी हुआ था। लाइसेंस जारी होने के बाद रिनीवल तहसील से होता रहा। अब थाने व तहसील से रिपोर्ट आने पर उसको रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
सिटी मजिस्ट्रेट, शालिनी प्रभाकर ने बताया जिलाधिकारी ने निरस्त करने का निर्देश दिया है। पत्र भेज दिया गया है। थाने व तहसील से रिपोर्ट आ जाएगी। उसके बाद निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।