संभल/लखनऊ। उप्र के संभल में हुई हिंसा और 4 युवकों की मौत के बाद से राजनीति गरमाई हुई है। राज्य का प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी इस मामले को लेकर लगातार भाजपा सरकार और प्रशासन पर हमलावर है।
इसी क्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल जाने की तैयारी में है। हालांकि घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात है। डीएम ने हालात के मद्देनजर घर में ही रहने का और घटनास्थल पर नहीं जाने का निवेदन किया है।
संभल जाकर पीड़ित परिवार का हाल लेने की तैयारी में जुटे सपा नेताओं को प्रशासन ने उनके घरों और गृह जनपदों में ही रोकने का प्रयास किया है। माता प्रसाद पांडे के लखनऊ स्थित निवास के बाहर पुलिस बल तैनात है।
संभल के डीएम ने सपा नेता को जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने का संदेश भेजकर यहां नहीं आने का आग्रह किया था। सपा नेताओं को रोके जाने से हंगामे की आशंका भी है।
गौरतलब है कि घटना के बाद ही सपा के नेता संभल जाने वाले थे लेकिन ऐन मौके पर डीजीपी की तरफ से 3 दिन तक नहीं जाने के निवेदन के बाद दौरा रद्द कर दिया गया था। अखिलेश यादव ने भी खुद वहां जाने का ऐलान किया था। अभी तक कई नेताओं को वहां जाने के रोका जा चुका है।
प्रतिनिधिमंडल में माता प्रसाद पांडेय, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव, सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल, सांसदगण हरेंद्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क और नीरज मौर्य के अलावा विधायकगण कमाल अख्तर, रविदास मेहरोत्रा, नवाब इकबाल महमूद और पिंकी सिंह यादव समेत सपा के कुल 15 लोगों को शामिल किया गया है।